'उच्च न्यायालय ने न्याय का कैसा मजाक बनाया', बच्चे की कस्टडी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले से जताई नाराजगी
बच्चे की कस्टडी से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट ने हैरानी जताते हुए कहा कि पांच साल बाद हाईकोर्ट के डिवीजन बेंच को महसूस हुआ कि बच्चे की कस्टडी मां को सौंपना वाले साल 2019 के फैसले पर रोक लगाना उचित नहीं था.