Caste Census: जनगणना के समय 'गलत जाति' बताने पर हो सकती है ये सजा
जनगणना में किसी प्रकार की झूठी जानकारी देने पर जनसंख्या अधिनियम की धारा 11 के तहत हजार रूपये का जुर्माना लगाया जा सकता है.
जनगणना में किसी प्रकार की झूठी जानकारी देने पर जनसंख्या अधिनियम की धारा 11 के तहत हजार रूपये का जुर्माना लगाया जा सकता है.
जस्टिस ओका ने आगे कहा कि अपराधी और आपराधिकता का जाति, धर्म या समुदाय से कोई संबंध नहीं है और यह संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 21 का उल्लंघन है.
याचिकाकर्ता ने दावा किया कि देश के कुछ राज्यों की जेल नियमावली जाति के आधार पर भेदभाव को बढ़ावा देती हैं, अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले में कल अपना फैसला सुनाएगी.
अनुसूचित जाति के खिलाफ 2022 में अत्याचार के सभी मामलों में से लगभग 97.7 प्रतिशत मामले 13 राज्यों में दर्ज किए गए, जिनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में ऐसे सबसे अधिक अपराध दर्ज किए गए है.
Supreme Court में एक जनहित याचिका में दायर कर जाति आधारित जनगणना की मांग की गई है. इस मामले की सुनवाई 2 सितंबर को होनी है.
Transgender councillor Bobi Kinnar को रोहिणी कोर्ट से Caste Certificate Case में अग्रिम जमानत मिल गई है. मामला दस्तावेजों पर आधारित है, इसमें गवाहों को कोई खतरा नहीं है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कपिल कुमार ने 10 सितंबर को अगली सुनवाई तक अंतरिम राहत प्रदान किया है.
Rohini District Court ने दिल्ली पुलिस को पहली ट्रांसजेंडर पार्षद बॉबी किन्नर के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. साथ ही दो जाति प्रमाण पत्र जारी करने के पहलुओं की जांच करने को भी कहा है.
संविधान के अनुच्छेद 341 राष्ट्रपति किसी जाति को अनुसूचित जाति में शामिल करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी कर सकती है.
सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जातियों-जनजातियों के अंदर सब कैटेगरी के लिए आरक्षण को मंजूरी दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले में अपने साल 2004 के ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य के फैसले को पलट दिया है जिसमें अनुसूचित जातियों के भीतर सब कैटेगरी बनाने की अनुमति नहीं दी गई थी.
हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक व्यक्ति द्वारा फेक कास्ट सर्टिफिकेट के आधार पर पूरी की गई MBBS की डिग्री को रद्द करने से इंकार किया है. अदालत ने कहा कि डॉक्टरी की डिग्री रद्द करने से राष्ट्रीय हित की हानि होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने उच्च न्यायालय के फैसले को खारिज करते हुए नवनीत राणा की जाति प्रमाण पत्र की वैधता को बरकरार रखी है. नवनीत राणा की जाति प्रमाण पत्र में रविदासिया मोची होने के दावे को उच्च न्यायालय ने खारिज किया था.
सुप्रीम कोर्ट ने सांसद नवनीत राणा की कास्ट सर्टिफिकेट की प्रमाणिकता से जुड़े मामले में सुनवाई के बाद अपना फैसला रिजर्व रखा है.
सुप्रीम कोर्ट ने सांसद नवनीत राणा के कास्ट सर्टिफिकेट से जुड़े मामले में टिप्पणी की कि कैसे जारी किए कास्ट सर्टिफिकेट को रद्द किया जा सकता है?
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र पंचायत सदस्य चुनाव में जीते प्रत्याशी के जाति वैधता सर्टिफिकेट जमा नहीं करने से गई उम्मीदवारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की. जानें क्या है मामला...
सुप्रीम कोर्ट ने केस ट्रासफर से जुड़ी याचिका पर दोनों पक्षों के जाति का जिक्र देखा. इस पर कार्रवाई करते हुए सभी हाईकोर्ट और उनके अधीनस्थ कोर्ट को यह आदेश दिया कि मुकदमों/याचिका/ कार्रवाही के दौरान वादी या प्रतिवादी के जाति/धर्म के उल्लेख पर जल्द से जल्द रोक लगाए.
कलकत्ता हाईकोर्ट में सिंगल बेंच जज ने दो सदस्यीय खंडपीठ के फैसले को रद्द कर एमबीबीएस प्रवेश में अनियमितता और जाति प्रमाण-पत्र स्कैम मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए. वहीं, सीबीआई जांच पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने हाल ही में एक मामले में फैसला सुनाया है कि किसी भी जाति को सिर्फ संविधान के अनुच्छेद 341 के जरिए 'अनुसूचित जाति' की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है, यह अधिकार जिला स्तरीय जाति छानबीन समिति के पास नहीं है। जानिए पूरा मामला..
पटना उच्च न्यायालय ने हाल ही में यह आदेश दिया है कि राज्य में सरकार द्वारा किए जा रहे जाति आधारित गणना पर रोक लगाने से मना कर दिया है और राज्य सरकार के इस फैसले को अफोल्ड किया। अब हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की गई है...
जस्टिस ओका ने आगे कहा कि अपराधी और आपराधिकता का जाति, धर्म या समुदाय से कोई संबंध नहीं है और यह संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 21 का उल्लंघन है.
याचिकाकर्ता ने दावा किया कि देश के कुछ राज्यों की जेल नियमावली जाति के आधार पर भेदभाव को बढ़ावा देती हैं, अब सुप्रीम कोर्ट इस मामले में कल अपना फैसला सुनाएगी.
अनुसूचित जाति के खिलाफ 2022 में अत्याचार के सभी मामलों में से लगभग 97.7 प्रतिशत मामले 13 राज्यों में दर्ज किए गए, जिनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश में ऐसे सबसे अधिक अपराध दर्ज किए गए है.
Supreme Court में एक जनहित याचिका में दायर कर जाति आधारित जनगणना की मांग की गई है. इस मामले की सुनवाई 2 सितंबर को होनी है.
Transgender councillor Bobi Kinnar को रोहिणी कोर्ट से Caste Certificate Case में अग्रिम जमानत मिल गई है. मामला दस्तावेजों पर आधारित है, इसमें गवाहों को कोई खतरा नहीं है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश कपिल कुमार ने 10 सितंबर को अगली सुनवाई तक अंतरिम राहत प्रदान किया है.
Rohini District Court ने दिल्ली पुलिस को पहली ट्रांसजेंडर पार्षद बॉबी किन्नर के खिलाफ FIR दर्ज करने के आदेश दिए हैं. साथ ही दो जाति प्रमाण पत्र जारी करने के पहलुओं की जांच करने को भी कहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जातियों-जनजातियों के अंदर सब कैटेगरी के लिए आरक्षण को मंजूरी दे दी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले में अपने साल 2004 के ईवी चिन्नैया बनाम आंध्र प्रदेश राज्य के फैसले को पलट दिया है जिसमें अनुसूचित जातियों के भीतर सब कैटेगरी बनाने की अनुमति नहीं दी गई थी.
हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक व्यक्ति द्वारा फेक कास्ट सर्टिफिकेट के आधार पर पूरी की गई MBBS की डिग्री को रद्द करने से इंकार किया है. अदालत ने कहा कि डॉक्टरी की डिग्री रद्द करने से राष्ट्रीय हित की हानि होगी.
सुप्रीम कोर्ट ने उच्च न्यायालय के फैसले को खारिज करते हुए नवनीत राणा की जाति प्रमाण पत्र की वैधता को बरकरार रखी है. नवनीत राणा की जाति प्रमाण पत्र में रविदासिया मोची होने के दावे को उच्च न्यायालय ने खारिज किया था.
सुप्रीम कोर्ट ने सांसद नवनीत राणा की कास्ट सर्टिफिकेट की प्रमाणिकता से जुड़े मामले में सुनवाई के बाद अपना फैसला रिजर्व रखा है.
सुप्रीम कोर्ट ने सांसद नवनीत राणा के कास्ट सर्टिफिकेट से जुड़े मामले में टिप्पणी की कि कैसे जारी किए कास्ट सर्टिफिकेट को रद्द किया जा सकता है?
सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र पंचायत सदस्य चुनाव में जीते प्रत्याशी के जाति वैधता सर्टिफिकेट जमा नहीं करने से गई उम्मीदवारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की. जानें क्या है मामला...
सुप्रीम कोर्ट ने केस ट्रासफर से जुड़ी याचिका पर दोनों पक्षों के जाति का जिक्र देखा. इस पर कार्रवाई करते हुए सभी हाईकोर्ट और उनके अधीनस्थ कोर्ट को यह आदेश दिया कि मुकदमों/याचिका/ कार्रवाही के दौरान वादी या प्रतिवादी के जाति/धर्म के उल्लेख पर जल्द से जल्द रोक लगाए.
कलकत्ता हाईकोर्ट में सिंगल बेंच जज ने दो सदस्यीय खंडपीठ के फैसले को रद्द कर एमबीबीएस प्रवेश में अनियमितता और जाति प्रमाण-पत्र स्कैम मामले में सीबीआई जांच के आदेश दिए. वहीं, सीबीआई जांच पर रोक लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने मामले को स्वत: संज्ञान में लिया है.
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने हाल ही में एक मामले में फैसला सुनाया है कि किसी भी जाति को सिर्फ संविधान के अनुच्छेद 341 के जरिए 'अनुसूचित जाति' की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है, यह अधिकार जिला स्तरीय जाति छानबीन समिति के पास नहीं है। जानिए पूरा मामला..
पटना उच्च न्यायालय ने हाल ही में यह आदेश दिया है कि राज्य में सरकार द्वारा किए जा रहे जाति आधारित गणना पर रोक लगाने से मना कर दिया है और राज्य सरकार के इस फैसले को अफोल्ड किया। अब हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की गई है...
बिहार में सरकार द्वारा किए जाने जाति आधारित गणना के फैसले के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की गई थीं जिन्हें अदालत ने खारिज करते हुए सरकार के सर्वे करने के फैसले को अपहोल्ड किया है...
उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गई जिसमें मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में मामले की सुनवाई हेतु एक 'कास्ट नूट्रल बेंच' की मांग की गई। इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्फ खारिज किया है बल्कि याचिकाकर्ता पर 50 हजार रुपये का भारी जुर्माना भी लगाया है...