मानवाधिकार आयोग 'टूथलेस टाइगर' नहीं है!
दिल्ली उच्च न्यायालय ने इस बात पर जोर दिया कि एनएचआरसी की सिफारिशें बाध्यकारी हैं और उन्हें शक्तिहीन नहीं होना चाहिए. एनएचआरसी ने पहले 5 लाख रुपये का मुआवज़ा देने का आदेश दिया था, जिसे अदालत ने सीबीआई जांच की कमी के बावजूद भुगतान करने का आदेश दिया.













