Madhya Pradesh High Court ने दी सगे भाई को लीवर दान करने की मंजूरी, पत्नी ने जताई थी आपत्ति
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने पत्नी के आपत्ति जताने के बावजूद एक व्यक्ति को उसके भाई को लीवर ट्रांसप्लांट करने की अनुमति दे दी है. जानिए क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने पत्नी के आपत्ति जताने के बावजूद एक व्यक्ति को उसके भाई को लीवर ट्रांसप्लांट करने की अनुमति दे दी है. जानिए क्या है पूरा मामला
HC On Wife Refusal Of Physical Relationship: जस्टिस शील नागू और जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच ने फैमिली कोर्ट के आदेश को रद्द किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि न्यायपालिका से जुड़े सभी लोगों का लक्ष्य आम लोगों को सरल, सुलभ और त्वरित न्याय प्रदान करना होना चाहिए.
ट्रायल कोर्ट ने दोषी को 3 साल की कैद की सजा सुनाई थी. साथ ही 4 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था. इसके खिलाफ आरोपी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
संविधान द्वारा पहले बनी ऐसी विधियां उस सीमा तक वैध नहीं होती हैं जिस सीमा तक वे मूल अधिकारों से असंगत होती है, ऐसी विधियां आरंभ से ही शून्य अथवा अवैध नहीं होती अपितु वे मूल अधिकारों द्वारा आच्छादित हो जाती है ऐसी विधियां मृत प्राय नहीं होकर सुषुप्त अवस्था में रहती हैं.
उच्चतम न्यायालय में एक याचिका दायर की गई जिसमें मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में मामले की सुनवाई हेतु एक 'कास्ट नूट्रल बेंच' की मांग की गई। इस याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने न सिर्फ खारिज किया है बल्कि याचिकाकर्ता पर 50 हजार रुपये का भारी जुर्माना भी लगाया है...
महिला ने दुष्कर्म के मामले में एक प्राथमिकी दायर की थी जिसको मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की ग्वालियर पीठ ने अब निरस्त करने का निर्देश दिया है और यह कहा है कि यहां दुष्कर्म की धाराओं का दुरुपयोग हुआ है...
मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी युवक पर पेशाब करने के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की. आरोपी की पहचान प्रवेश शुक्ला के तौर पर की गई है
आरोपी को 2020 में बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था,
POSCO Act के तहत एक मामले की सुनवाई करते समय उच्च न्यायालय ने केंद्र से कहा है कि उन्हें कन्सेंट एज 18 से कम करके 16 कर देनी चाहिए
हमारे समाज में अपराध समय के साथ-साथ तेज़ी से बढ़ता जा रहा है। एक अपराध को मूक दर्शक की भाँति घटित होता देख और उसका विरोध न करना भी खुद में एक अपराध है ।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों आंधी और बवंडर के कारण महाकाल लोक में छह मूर्तियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई थी और अब बात सामने आ रही है कि कई अन्य मूर्तियां दरक गई हैं.
अगर ऐसी कोई स्थिति होटी है जब आपको अपने ही परिवार से सुरक्षा चाहिए हो, तो भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत आप ऐसा कर सकते हैं। जानें कैसे
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहकर 20 वर्षीय लड़की को सिक्योरिटी दिलवाई है क्योंकि उसे अपने ही परिवार के सदस्यों से खतरा है। जानें ऐसी स्थितियों में संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत किस तरह प्रोटेक्शन पाया जा सकता है
न्यायिक अधिकारियों की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सुप्रीम कोर्ट ने की टिप्पणी.
Madhya Pradesh high court ने विश्वविद्यालय प्रशासन को यह जुर्माने की राशि दोषी अधिकारी यानी OIC से वसूल कर हाईकोर्ट Legal Service कमेटी में जमा कराने के निर्देश दिए हैं.
कई बार अनुबंध का कोई पक्षकार नियमों का उल्लंघन करता है जिसके कारण दूसरी पार्टी को नुकसान का सामना करना पड़ता है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर में दंपति के 3 आरोपियों को फांसी की सजा, कोर्ट ने कहा- ऐसे अपराधी समाज के लिए आतंक मात्र
ज्ञात हो कि पिछले दिनों आंधी और बवंडर के कारण महाकाल लोक में छह मूर्तियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई थी और अब बात सामने आ रही है कि कई अन्य मूर्तियां दरक गई हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से कहकर 20 वर्षीय लड़की को सिक्योरिटी दिलवाई है क्योंकि उसे अपने ही परिवार के सदस्यों से खतरा है। जानें ऐसी स्थितियों में संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत किस तरह प्रोटेक्शन पाया जा सकता है
न्यायिक अधिकारियों की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सुप्रीम कोर्ट ने की टिप्पणी.
Madhya Pradesh high court ने विश्वविद्यालय प्रशासन को यह जुर्माने की राशि दोषी अधिकारी यानी OIC से वसूल कर हाईकोर्ट Legal Service कमेटी में जमा कराने के निर्देश दिए हैं.
कई बार अनुबंध का कोई पक्षकार नियमों का उल्लंघन करता है जिसके कारण दूसरी पार्टी को नुकसान का सामना करना पड़ता है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर में दंपति के 3 आरोपियों को फांसी की सजा, कोर्ट ने कहा- ऐसे अपराधी समाज के लिए आतंक मात्र
Supreme Court ने Gwalior Development Authority को राहत देते हुए मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के फैसले को रद्द कर दिया है.लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने Gwalior Development Authority को इस बात के लिए भी फटकार लगाई की निविदा की शर्ते तोड़ने और डिफ़ॉल्ट पर होने पर प्रतिवादी का दावा जब्त नहीं करने की अनुमति क्यों दी.
Justice Rohit Arya रेत के अवैध खनन के एक मामले की सुनवाई कर रहे थे, जब उनके सामने यह तथ्य आया कि हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद रेत के ट्रांसपोर्टेशन के आदेश जारी नहीं किए गए.भिंड जिले में रेत खनन के मामले में मध्यप्रदेश हाई कोर्ट कई साल पहले ही रेत ट्रांसपोर्टेशन पास जारी करने ऑर्डर दे चुका है.
MP High Court हाईकोर्ट में एक सेवानिवृति जज की नियुक्ति सहित 7 नाम की सिफारिश के साथ ही उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के लिए 4, दिल्ली हाईकोर्ट के लिए 3 और छत्तीसगढ के लिए 1 नाम की सिफारिश केन्द्र सरकार को भेजी गयी है.
High Court की जबलपुर बेच ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को इस मामले में एसपी को निलबित करने का आदेश देते हुए कहा कि है कि अब इस मामले में खुद वारंट तामील कराएं. साथ ही हाईकोर्ट के अगले आदेश तक एसपी निलंबित रहेंगे.
Supreme Court Collegium ने दो High Court Judges के व्यक्तिगत अनुरोध को स्वीकार करते हुए उनके तबादले की सिफारिश केन्द्र को भेजी है.
मामले की शुरूआत हाईकोर्ट के 22 मार्च के एक आदेश से हुई जिसके द्वारा जिला अदालतों की प्रत्येक अदालत को अगले तीन माह सबसे पुराने 25 केसो की पहचान कर उनका निस्तारण करने के आदेश दिए गए थे.
हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि किया मुख्य न्यायाधीश द्वारा सुझाव आमत्रिंत किए जाने के बावजूद हड़ताल का ऐलान करना न्यायिक पक्ष को चुनौती देना है और अधिवक्ताओं को अदालत में जाने से रोकना एक अपराध है.
लेखक डॉ अभिनव शर्मा पेशे से एक अधिवक्ता और संवैधानिक विषयों के विशेषज्ञ हैं.वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट और राजस्थान हाईकोर्ट में प्रेक्टिसरत डॉ शर्मा राजस्थान सरकार के पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता भी रहे है. डॉ शर्मा टाईम्स आफ इंडिया, आकाशवाणी, दूरदर्शन, पीटीआई सहित कई संस्थाओं में विधि क्षेत्र की पत्रकारिता से जुड़े रहे है.
सुप्रीम कोर्ट ने डीएम के सामने धर्म परिवर्तन की घोषणा के खिलाफ मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगाने से इंकार कर दिया है. मामले की अगली सुनवाई 7 फरवरी को होगी.