'कानून 'मैरिटल रेप' को मान्यता नहीं देता', अननेचुरल सेक्स के मामले में Delhi HC की अहम टिप्पणी
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्नी के साथ अप्राकृतिक' यौन संबंध बनाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा चलाने के आदेश को रद्द कर दिया.
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्नी के साथ अप्राकृतिक' यौन संबंध बनाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा चलाने के आदेश को रद्द कर दिया.
इलाहाबाद हाई कोर्ट के हालिया फैसले के अनुसार, पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ बिना सहमति के अप्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाना भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत अपराध माना जा सकता है.
2013 में, आईपीसी की धारा 375 में संशोधन किया गया, जिसमें कहा गया कि पति और पत्नी के बीच यौन क्रिया को बलात्कार नहीं माना जाता है. इसी को आधार बनाते हुए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया कि धारा 377 के तहत परिभाषित अप्राकृतिक यौन संबंध, 15 वर्ष से अधिक उम्र के पति-पत्नी के बीच अपराध नहीं हैं.
आपसी सहमति के बिना बनाये गए अप्राकृतिक यौन सबंध (Unnatural sex) के लिए सज़ा के प्रावधान को शामिल करने की मांग पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को 6 महीने में फैसला लेने को कहा है.
Allahabad High Court ने हाल ही में गौशाला में गायों के साथ Unnatural Sex करने के आरोपी व्यक्ति की दूसरी बार जमानत की मांग खारिज कर दी. अदालत ने कहा कि आरोपी की मांग में कोई मेरिट नहीं पाया गया है
बेंगलुरू कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते व प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना की न्यायिक हिरासत 18 जुलाई तक बढ़ा दी है.
कर्नाटक की एक घटना है जिसमें एक शिक्षक पर एक नाबालिग छात्र के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया गया। इस मामले में कर्नाटक के एक फास्ट ट्रैक कोर्ट ने शिक्षक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और उसपर आर्थिक जुर्माना भी लगाया है...
बदलते वक्त के साथ समाज का वो छुपा हुआ हिस्सा भी सामने आने लगा हैं जो काफी समय से लोक लाज की डर से दबा हुआ था. हम बात कर रहे हैं समलैंगिकों की।
हमारा समाज अब बदल रहा है पहले लोग लोक लाज की डर से समलैंगिकता को छुपाते थे उन्हे कानून का भी खौफ था, लेकिन अब लोग खुलकर सामने आने लगें हैं. तो ऐसे में सवाल ये उठता है कि अगर समलैंगिकता कानूनी है तो फिर अप्राकृतिक यौन अपराध क्या है.
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्नी के साथ अप्राकृतिक' यौन संबंध बनाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा चलाने के आदेश को रद्द कर दिया.
इलाहाबाद हाई कोर्ट के हालिया फैसले के अनुसार, पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ बिना सहमति के अप्राकृतिक शारीरिक संबंध बनाना भारतीय दंड संहिता की धारा 377 के तहत अपराध माना जा सकता है.
आपसी सहमति के बिना बनाये गए अप्राकृतिक यौन सबंध (Unnatural sex) के लिए सज़ा के प्रावधान को शामिल करने की मांग पर दिल्ली हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार को 6 महीने में फैसला लेने को कहा है.
Allahabad High Court ने हाल ही में गौशाला में गायों के साथ Unnatural Sex करने के आरोपी व्यक्ति की दूसरी बार जमानत की मांग खारिज कर दी. अदालत ने कहा कि आरोपी की मांग में कोई मेरिट नहीं पाया गया है
बेंगलुरू कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते व प्रज्वल रेवन्ना के भाई सूरज रेवन्ना की न्यायिक हिरासत 18 जुलाई तक बढ़ा दी है.
कर्नाटक की एक घटना है जिसमें एक शिक्षक पर एक नाबालिग छात्र के साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने का आरोप लगाया गया। इस मामले में कर्नाटक के एक फास्ट ट्रैक कोर्ट ने शिक्षक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है और उसपर आर्थिक जुर्माना भी लगाया है...
हमारा समाज अब बदल रहा है पहले लोग लोक लाज की डर से समलैंगिकता को छुपाते थे उन्हे कानून का भी खौफ था, लेकिन अब लोग खुलकर सामने आने लगें हैं. तो ऐसे में सवाल ये उठता है कि अगर समलैंगिकता कानूनी है तो फिर अप्राकृतिक यौन अपराध क्या है.
2013 में, आईपीसी की धारा 375 में संशोधन किया गया, जिसमें कहा गया कि पति और पत्नी के बीच यौन क्रिया को बलात्कार नहीं माना जाता है. इसी को आधार बनाते हुए छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया कि धारा 377 के तहत परिभाषित अप्राकृतिक यौन संबंध, 15 वर्ष से अधिक उम्र के पति-पत्नी के बीच अपराध नहीं हैं.