शादी टूटने के आधार पर Family Court तलाक का आदेश नहीं दे सकता: Delhi High Court
हाईकोर्ट ने कहा कि विवाह के अपूरणीय टूटने के आधार पर तलाक देने की शक्ति का प्रयोग केवल संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट कर सकता है.
हाईकोर्ट ने कहा कि विवाह के अपूरणीय टूटने के आधार पर तलाक देने की शक्ति का प्रयोग केवल संविधान के अनुच्छेद 142 के तहत सुप्रीम कोर्ट कर सकता है.
हाईकोर्ट ने कहा कि एक तरफ आप महिलाओं को सशक्त बनाने की बात कर रहे हैं और दूसरी तरफ आप कह रहे हैं कि पुरुष नर्स के रूप में सेना में शामिल नहीं हो सकते.
वर्तमान मामले में अपील 49 दिनों की देरी से दायर की गई थी. जबकि फैमिली कोर्ट एक्ट, 1984 के तहत 30 दिन के भीतर अपील करनी होती है.
अदालत ने क्रूरता और परित्याग के आधार पर एक महिला को तलाक लेने की इजाजत दी.
दिल्ली उच्च न्यायालय के समक्ष एक जमानत याचिका आई थी; याचिकाकर्ता पर एक नाबालिग लड़की के यौन शोषण का आरोप लगा था। जमानत याचिका खारिज करते हुए उच्च न्यायालय ने कुछ दिशानिर्देश जारी किए हैं जिन्हें पुलिस और डॉक्टरों को गर्भवती यौन शोषण की पीड़िताओं के साथ डील करते समय फॉलो करना होगा...
दिल्ली उच्च न्यायालय ने अस्पतालों को निर्देश दिया है कि यौन शोषण के मामलों में हस्तलिखित मेडिको-लीगल सर्टिफिकेट के साथ उसकी एक टाइप्ड कॉपी जमा करना जरूरी है क्योंकि कोर्ट को कई बार हैंडराइटिंग नहीं समझ आती है। पुलिस और डॉक्टरों को गर्भवती यौन शोषण की पीड़िताओं के साथ कैसे डील करना चाहिए, इसपर हाईकोर्ट ने और क्या कहा है, जानिए
राष्ट्रीय सहायता प्राप्त प्रजनन प्रौद्योगिकी और सरोगेसी बोर्ड में एक्सपर्ट मेम्बर के रूप में हुई डॉक्टर नितिज मुर्दिया की नियुक्ति को चुनौती देते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर हुई है। इसी सिलसिले में अब दिल्ली हाईकोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी किया है और उनसे इस नियुक्ति को लेकर जानकारी मांगी है...
यासीन मलिक जो फिलहाल उम्र कैद की सजा काट रहे हैं, आतंकवाद के वित्त-पोषण के एक मामले में दिल्ली की अदालत में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए; बता दें कि एनआईए ने अदालत से अनुरोध किया है कि यासीन मलिक को मौत की सजा सुनाई जाई और इसी के लिए दायर याचिका पर फिलहाल सुनवाई चल रही है...
दिल्ली में राज्य मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के गठन का पिछले साल आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक यह प्राधिकरण नहीं बनाया गया है। इसी के चलते दिल्ली उच्च न्यायालय ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव को तलब किया है...
दिल्ली सरकार के स्थायी वकील संतोष कुमार त्रिपाठी ने कहा कि याचिकाकर्ताओं द्वारा उठाए गए मुद्दे को “धार्मिक समिति” द्वारा संभाला जाता है।
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, उच्च न्यायालय ने एजेंसी को संबंधित दस्तावेज पेश करने के लिए समय दिया। याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ वकील कॉलिन गोल्साल्विस ने इस आधार पर जमानत दिए जाने का अनुरोध किया कि "यह कोई महत्वपूर्ण मामला नहीं है।’’
दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच झड़प अभी जारी है जिसके चलते दिल्ली विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष की नियुक्ति रुकी हुई है। इस बीच उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश, जस्टिस जयंत नाथ को DERC के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त कर दिया है...
कुछ दिनों पहले विपक्ष की कई पार्टियों ने मिलकर एक अलाइएंस तैयार की जिसका नाम 'INDIA' रखा गया। बता दें कि दिल्ली उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है कि विपक्ष अपनी पार्टी के लिए इस नाम का प्रयोग नहीं कर सकते हैं। इस मामले में आज अदालत ने कई विपक्षी दलों और चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है...
जेल अधीक्षक की अर्जी पर सुनवाई इसलिए स्थगित कर दी गई, क्योंकि न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल और न्यायमूर्ति अनीश दयाल की पीठ आज नहीं बैठ सकी।
अदालत ने यूपीएससी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा, 2023 को रद्द करने का अनुरोध करने वाले याचिकाकर्ताओं से यह भी कहा कि उन्हें ‘‘पूरी प्रक्रिया में बाधा डालने की अनुमति नहीं दी जा सकती।’’
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार समिति को यह जांचने के लिए कहा गया है कि क्या वकीलों के स्वामित्व वाले वाहनों के लिए पहचानपत्र और रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग या स्टिकर तैयार किए जा सकते हैं।
बृषभान वर्मा द्वारा दायर एक जनहित याचिका में बूढ़े और बेकार बैल, बूढ़ी भैंस और नर समकक्षों को शामिल करते हुए गोहत्या पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी। अदालत ने कहा कि दिल्ली में, दिल्ली कृषि मवेशी संरक्षण अधिनियम, 1994 के माध्यम से गोहत्या पर प्रतिबंध पहले से ही लागू है।
कथित ठग और करोड़ों के धनशोधन मामले में आरोपी सुकेश चंद्रशेखर ने बॉलीवुड एक्ट्रेसेज जैकलीन फर्नांडीज और नोरा फतेही को कई पत्र लिखे थे। इन 'अपमानजनक पत्रों' के खिलाफ इन अभिनेत्रियों के एक प्रशंसक ने जनहित याचिका दायर की थी जिसे दिल्ली उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया है...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बीए की डिग्री हेतु दायर जनहट याचिका की शीघ्र सुनवाई से दिल्ली उच्च न्यायालय ने साफ इनकार कर दिया है। मामला क्या था और अब इसमें सुनवाई कब की जाएगी, जानिए सबकुछ
दिल्ली उच्च न्यायालय ने कुछ समय पहले उच्चतम न्यायालय ने मांग पर्ची और पहचान प्रमाणपत्र के बिना 2,000 रुपये के नोट बदलने की अनुमति के खिलाफ दायर पीआईएल को खारिज किया था। इस ऑर्डर को चुनौती देने वाली अपील पर अब सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया है, जानते हैं...
दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्र के अशोक स्वैन के ओसीआई कार्ड को रद्द करने वाले ऑर्डर को यह कहकर खारिज किया है कि इसमें 'शायद ही कोई समझदारी दिखाई दी है'। अदालत ने केंद्र को एक नया ऑर्डर जारी करने का निर्देश दिया है...
न्यायमूर्ति प्रतीक जालान ने उस याचिका पर नोटिस जारी किया जिसमें एनडीएमसी को मस्जिद को कोई नुकसान पहुंचाने से रोकने का अनुरोध किया गया है। न्यायाधीश ने कहा कि वैधानिक शर्तों के पूरा होने पर स्वदेशी संपत्तियों को अधिग्रहण से कोई छूट प्राप्त नहीं है।
मामले की अगली सुनवाई के लिए 13 जुलाई की तारीख तय करते हुए अदालत ने ध्यान दिलाया कि मामले में कई अन्य मुद्दे भी हैं
बीरभूम लीडर अणुब्रत मंडल और उनकी बेटी सुकन्या मंडल को प्रवर्तन निदेशालय ने पशु तस्करी के मामले से संबंधित धन शोधन के आरोप में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सुकन्या मंडल की जमानत याचिका पर ईडी से जवाब मांगा है और अणुब्रत मंडल को भी राहत दी है...
न्यायमूर्ति सी. हरिशकंर ने इस बात पर जोर दिया कि दुर्भावनापूर्ण लापरवाही के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए क्योंकि ‘‘कांपने वाले हाथों में (सर्जरी वाला) ब्लेड नहीं थमाया जा सकता.
न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंडल के वकील से कहा कि उनकी याचिका स्वीकार किये जाने योग्य नहीं है और उन्हें कानून में उपयुक्त कार्यवाही शुरू करने की छूट दी जाती है।
वर्दी को पैंट-शर्ट, सफारी सूट या कुर्ता-पायजामा के रूप में परिभाषित नहीं किया गया है
नर्सरी दाखिले का मामला पिछले सात वर्षों से केंद्र और दिल्ली सरकारों के बीच बिना किसी औचित्य के और जनहित के खिलाफ लटका हुआ है
अवकाश पीठ ने मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने से इनकार कर दिया था, लेकिन जस्टिस गंजू ने मौखिक तौर पर टिप्पणी की "आपको फिल्म की रिलीज के बारे में पहले से ही पता है.
17 नवंबर 2021 को, दिल्ली सरकार ने यह नीति लागू की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सितंबर 2022 के अंत में इसे वापस भी ले लिया गया
न्यायालय ने कहा कि यह नहीं कहा जा सकता कि सरकार का निर्णय विकृत या मनमाना है या यह काले धन, मनी लॉन्ड्रिंग, मुनाफाखोरी को बढ़ावा देता है या भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है.
दिल्ली में यदि एक वकील का ऑफिस उसके घर पर है तो क्या उसके लिए उसे प्रॉपर्टी टैक्स देना होगा? दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाया है
नोएडा का एक मामला है जिसमें एक कैदी की हिरासत में ही मौत हो गई। जहां पुलिस ने इसे सुसाइड का नाम दिया, अदालत को ऐसा लगता है कि इसमें पुलिस का ही हाथ था। आईपीसी की धारा 304 के तहत दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस अधिकारियों को गंभीर सजा सुनाई है
रिकॉर्ड पर उपलब्ध तथ्यों की अनदेखी करते हुए उसके सभी कानूनी उत्तराधिकारियों या प्रतिनिधियों को रिकॉर्ड पर लाए बिना, मृतक के नाम पर उसके पैन पर गलत तरीके से जांच कार्यवाही की गई.
एनसीईआरटी ने शुद्धिपत्र जारी करते समय निविदा कर्ताओं के लिए पात्रता शर्तों और अन्य आवश्यकताओं के संबंध में एकतरफा और पक्षपातपूर्ण मानदंड निर्धारित किए हैं.
अदालत ने तीनों बच्चों को ईडब्ल्यूएस/डीजी श्रेणी के तहत कक्षा 1 में प्रवेश के लिए स्कूल से संपर्क करने का निर्देश दिया.