Witness: भारतीय न्यायालयों ने समय-समय पर न्यायिक कार्यवाही में गवाहों के महत्व को स्वीकार किया है। शायद आपको याद हो की गुजरात राज्य बनाम अनिरुद्ध सिंह (1997) के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने पाया था कि हर एक गवाह जो किसी अपराध के घटित होने के बारे में जानता है, उसका नैतिक दायित्व है कि वह गवाही देकर और मामले के लिए मूल्यवान सूचना देकर जांच अधिकारी की मदद करे।