जस्टिस जॉयमाल्या बागची को CJI संजीव खन्ना ने दिलाई शपथ, सुप्रीम कोर्ट जज बने
जस्टिस जॉयमाल्या बागची को संवैधानिक कोर्ट में प्रैक्टिस करने कैा 13 वर्षों का अनुभव है, उन्हें कलकत्ता हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किया गया है.
जस्टिस जॉयमाल्या बागची को संवैधानिक कोर्ट में प्रैक्टिस करने कैा 13 वर्षों का अनुभव है, उन्हें कलकत्ता हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किया गया है.
जस्टिस जॉयमाल्या बागची का सुप्रीम कोर्ट में लंबा कार्यकाल होगा. उनके मई 2031 में जस्टिस के वी विश्वनाथन के रिटायरमेंट के बाद चीफ जस्टिस बनने की संभवाना है.
बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के कार्यकाल के दौरान जस्टिस दत्ता ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को लेकर कई अहम निर्णय लिए.उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 30 एकड़ के भूखंड पर एक नए हाईकोर्ट भवन के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयास हैं.
जस्टिस जॉयमाल्या बागची को संवैधानिक कोर्ट में प्रैक्टिस करने कैा 13 वर्षों का अनुभव है, उन्हें कलकत्ता हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में ट्रांसफर किया गया है.
जस्टिस जॉयमाल्या बागची का सुप्रीम कोर्ट में लंबा कार्यकाल होगा. उनके मई 2031 में जस्टिस के वी विश्वनाथन के रिटायरमेंट के बाद चीफ जस्टिस बनने की संभवाना है.
बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के कार्यकाल के दौरान जस्टिस दत्ता ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को लेकर कई अहम निर्णय लिए.उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में 30 एकड़ के भूखंड पर एक नए हाईकोर्ट भवन के लिए उनके द्वारा किए गए प्रयास हैं.