सूरज पंचोली बरी हुए Jiah Khan सुसाइड मामले में
अभिनेत्री Jiah Khan की मृत्यु के मामले में CBI अदालत ने आरोपित सूरज पंचोली को बरी कर दिया
अभिनेत्री Jiah Khan की मृत्यु के मामले में CBI अदालत ने आरोपित सूरज पंचोली को बरी कर दिया
सीबीआई ने इस मामले में दिसंबर 2015 में चार्जशीट दायर करते हुए सूरज पंचोली पर आईपीसी की धारा 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया.
हमारे देश में किसी को आत्महत्या के लिए उकसाना कानूनी रूप से अपराध माना जाता है. इसके लिए भारतीय दंड सहिंता की धारा 306 के तहत सज़ा सुनाई जा सकती है.
साल 2013 में बॉलीवुड अभिनेत्री जिया खान की मृत्यु के मामले में शुक्रवार को फैसला आ सकता है. आइए जानते हैं जिया खान के केस के बारें में
सभी पक्षो की बहस सुनने के बाद अदालत ने विगत 20 अप्रैल को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था, वही अब फैसले के लिए शुक्रवार 28 अप्रैल की तारीख की तय की गयी है.
फरवरी 2023 में Rajasthan High Court ने इस मामले में आरोपी अधिवक्ता की ओर से दायर जमानत याचिका को खारिज कर दिया था. High Court के फैसले के खिलाफ अधिवक्ता ने Supreme Court में अपील दायर कर चुनौती दी थी.
आईपीसी की धारा 309 के अनुसार अगर कोई व्यक्ति अपनी जान लेने की कोशिश करता है और अगर वो बच जाता है तो उसे एक निश्चित अवधि के लिए कारावास की सजा दी जाएगी. इसके अलावा अगर कोई किसी को आत्महत्या के लिए बहकाता है तो वो भी अपराध माना जाएगा लेकिन अगर बहकावे में आने वाला व्यक्ति कोई बच्चा हो तो क्या आप जानते हैं कि दोषी को क्या सजा मिलेगी.
जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस सुधांशु धूलिया की पीठ ने इस मामले को अन्य मामलों से अलग मानते हुए की एक ही मामले में दो अलग अलग जांच एजेंसियों की अलग अलग रिपोर्ट है. इसे सीबीआई को सुपूर्द करने के लिए एक बेहतर केस पाया.
भारतीय दंड सहिंता की धारा 306 के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति, दूसरे व्यक्ति को आत्महत्या करने के लिए उकसाता है और वह व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है तो उस व्यक्ति को इस धारा के तहत सज़ा सुनाई जा सकती है.
संसद द्वारा 2017 में पारित किए गए अधिनियम द्वारा यह स्पष्ट कर दिया गया है कि आत्महत्या की कोशिश करने वाले व्यक्ति को सहायता की आवश्यकता है और उसके खिलाफ कार्यवाही शुरू करके, उसे व्यर्थ में परेशान नहीं किया जाना चाहिए.