FIR में नाम नहीं! बिना सोचे-समझे अदालत ने Police Custody में भेजा, GST Fraud Case में गुजरात हाईकोर्ट पहुंचे पत्रकार का दावा
पत्रकार महेश लंगा ने गुजरात हाईकोर्ट के सामने दावा किया कि अदालत ने बिना सोचे-समझे दस दिन का रिमांड आदेश पारित कर दिया. साथ ही जिस FIR के सिलसिले में लांगा को गिरफ्तार किया गया, उसमें उनका नाम नहीं है.