Maneka Gandhi Vs Union Of India: अनुच्छेद 21 राइट टू लाइफ से कैसे जुड़ा हैं, जानिये पूरा वाक्या
मेनका गांधी मामले पर फैसला 1978 में आया, जिसे 7 सदस्यीय जजों की बेंच ने दिया. भारतीय न्यायिक इतिहास में, यह फैसला एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है क्योंकि इसने विधि की उचित प्रक्रिया नामक एक नया दरवाजा खोला.