Acid Attack में कड़े हैं प्रावधान, जानें नियम
जब कोई व्यक्ति जानबूझ कर किसी महिला या पुरूष पर तेजाब फेंकता है तो उसके विरूद्ध आईपीसी की धारा 326ए के तहत मुकदमा दायर किया जाता हैं.
जब कोई व्यक्ति जानबूझ कर किसी महिला या पुरूष पर तेजाब फेंकता है तो उसके विरूद्ध आईपीसी की धारा 326ए के तहत मुकदमा दायर किया जाता हैं.
अपराध कोई भी हो वह समाज पर गलत प्रभाव ही डालता है. परन्तु कुछ अपराधों की केवल कल्पना, हमें भयभीत कर देती है. वैसा ही एक अपराध है Acid Attack. आइए जानते हैं क्या है IPC के तहत एसिड हमलों के खिलाफ दंड के प्रावधान.
Acid Attack एक ऐसा अपराध है, जिसका शिकार हर साल सैकड़ों महिलाऐं होती हैं. ऐसे में आज इन स्टोरी में हम आपको बताएंगें,एसिड अटैक को लेकर भारतीय कानून क्या कहता है।
IPC की धारा 100 के तहत एसिड अटैक के दौरान एक पीड़ित को ये अधिकार है कि वो अपनी आत्मरक्षा के लिए किसी भी हद जा सकता है यहां तक कि शरीर की निजी प्रतिरक्षा या आत्मरक्षा में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में भी कानून उसके साथ खड़ा होगा.
अपराध कोई भी हो वह समाज पर गलत प्रभाव ही डालता है. परन्तु कुछ अपराधों की केवल कल्पना, हमें भयभीत कर देती है. वैसा ही एक अपराध है Acid Attack. आइए जानते हैं क्या है IPC के तहत एसिड हमलों के खिलाफ दंड के प्रावधान.
IPC की धारा 100 के तहत एसिड अटैक के दौरान एक पीड़ित को ये अधिकार है कि वो अपनी आत्मरक्षा के लिए किसी भी हद जा सकता है यहां तक कि शरीर की निजी प्रतिरक्षा या आत्मरक्षा में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो ऐसी स्थिति में भी कानून उसके साथ खड़ा होगा.