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दहेज हत्या में दोषी पति को UP Court ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा, 45 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया

उत्तर प्रदेश की एक जिला अदालत ने दहेज के लिए पत्नी की हत्या के मामले में दोषी पति वसीम को सश्रम आजीवन कारावास और 45 हजार रुपये का जुर्माना सुनाया है. वहीं, अदालत ने वसीम के पिता रोज अली को दोषमुक्त करार दिया है.

Written by My Lord Team |Published : January 21, 2025 11:38 AM IST

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की अदालत ने दहेज हत्या के मामले में पति वसीम को दोषी ठहराया है. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नम्रता अग्रवाल ने वसीम को आजीवन कारावास और 45 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई. यह मामला 2022 में दर्ज किया गया था, जब रजीउद्दीन ने अपनी बेटी शबनम की हत्या की शिकायत की थी. प्राथमिकी के अनुसार, शादी के बाद वसीम और उसके परिवार ने दहेज के लिए शबनम को प्रताड़ित किया और अंततः उसे जलाकर मार दिया.

दहेज हत्या में पति को आजीवन कारावास की सजा

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की एक अदालत ने दहेज हत्या के करीब तीन साल पुराने एक मामले में आरोपी पति को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास और 45 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है. सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) अभिनव चतुर्वेदी ने मंगलवार को बताया कि अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (त्वरित अदालत) नम्रता अग्रवाल ने पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों और गवाहों के बयान तथा अधिवक्ताओं के तर्कों के आधार पर आरोपी पति वसीम को दहेज हत्या का दोषी ठहराते हुए सश्रम आजीवन कारावास तथा 45 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई। जुर्माने की रकम अदा न करने पर अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी. अदालत ने मृतका के ससुर रोज अली को दोषमुक्त करार दिया.

पति वसीम को मिली सजा, ससुर दोषमुक्त

चतुर्वेदी ने घटना का ब्यौरा देते हुए कहा कि खरगूपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भटपुरवा निवासी रजीउद्दीन ने नौ सितंबर 2022 को स्थानीय थाने पर अपने दामाद व समधी के खिलाफ अपनी पुत्री को दहेज के लिए जलाकर मार डालने का मुकदमा दर्ज कराया था. प्राथमिकी में कहा गया था कि उन्होंने अपनी बेटी शबनम की शादी ग्राम नरहरिया कल्लूपुरवा निवासी वसीम के साथ की थी. शादी के बाद पति वसीम, ससुर रोज अली, ननद फसीना और वसीना दहेज में बुलेट मोटर साइकिल, सोने की चेन तथा अंगूठी की मांग को लेकर शबनम को प्रताड़ित करने लगे और अंतत: उसे मारकर जला दिया गया. विवेचना के दौरान साक्ष्य के आधार पर विवेचक ने अभियुक्त रोज अली व वसीम के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र प्रेषित किया. चतुर्वेदी के अनुसार, सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने दोषी पति वसीम को सजा सुनाई और उसके पिता को दोषमुक्त कर दिया.

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