कोर्ट के बाहर भी सुलझा सकते हैं अपना मामला
मध्यस्थता एक ऐसी प्रक्रिया है जहां दो पक्षों के बीच हुए विवाद को तीसरा पक्ष न्यायालय के बाहर सुलझाता है या सुलझाने की कोशिश करता है. इसमें पारिवारिक मामले से लेकर अब कई व्यापारिक मामले भी शामिल है। मध्यस्थता अधिकतम 3 बार और 180 दिनों के भीतर पूरा किया जा सकता है.