तीन बार तलाक बोल देने से मुस्लिम विवाह समाप्त नहीं होता: जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट
जम्मू एंड कश्मीर हाईकोर्ट ने कहा कि पति द्वारा तीन बार तलाक (तलाक का एक रूप) शब्द का उच्चारण करना मुस्लिम विवाह को समाप्त करने या अपनी पत्नी को भरण-पोषण करने के कर्तव्य जैसे दायित्वों से बचने के लिए पर्याप्त नहीं है.