मेहर ना मिलने पर क्या है मुस्लिम महिलाओं के कानूनी अधिकार?
मुस्लिम धर्म में मेहर, मूल रूप से धन या अन्य संपत्ति है जिसे विवाह के बाद पति पत्नी को देता है, जिस पर पूरी तरह केवल पत्नी का हक होता है. मेहर का भुगतान न होने पर पत्नि के पास मेहर वसूल करने का कानूनी अधिकार है.