Supreme Court ने पूर्व सांसद आनंद मोहन को मिली छूट से जुड़े सारे दस्तावेज पेश करने के निर्देश दिए
जी कृष्णैया की पत्नी की, आनंद मोहन की रिहाई को चुनौती देने वाली याचिका को आठ अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया.
जी कृष्णैया की पत्नी की, आनंद मोहन की रिहाई को चुनौती देने वाली याचिका को आठ अगस्त को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया.
साकेत कोर्ट ने आरोपी आफताब अमीन पूनावाला के खिलाफ हत्या (302) , और सबूत नष्ट करने (201) के मामले में आरोप तय करते हुए केस को ट्रायल के लिए स्वीकार कर लिया है.
अदालत ने पीड़िता के पिता विकास वल्कर की याचिका पर सुनवाई 9 मई तक के लिए स्थगित कर दी थी. श्रद्धा के पिता की ओर से अपनी बेटी के शव को परंपरा और संस्कृति के अनुसार अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंपने का भी अनुरोध किया है.
अपहरण और हत्या के मामले में दोषी करार देते हुए अदालत ने पूर्व विधायक Mukhtar Ansari और Afzal Ansari सजा सुनाई
गाजीपुर के मोहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के बासनिया चट्टी में नवंबर 2005 को वहा के बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय समेत 7 लोगो की हत्या कर दी गई थी.1985 से अंसारी परिवार का गढ रही गाजीपुर की मेाहमदाबाद विधानसभा सीट पर कृष्णानंद राय की जीत से अंसारी नाराज था.
Delhi High Court ने सभी टेलीविजन चैनलों और अन्य सभी मीडिया संगठनों को श्रद्धा वाकर हत्या केस की चार्जशीट की सामग्री प्रदर्शित करने या प्रकाशित करने से रोक दिया है.कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि उसके आदेश में नार्कोएनालिसिस के ऑडियो और सीसीटीवी फुटेज भी शामिल हैं, जिन्हें मीडिया को भी नहीं दिखाना चाहिए.
अदालत का मानना है कि अगली तारीख तक ‘आज तक’ न्यूज चैनल प्राथमिकी से संबंधित किसी भी सामग्री का किसी भी रूप में इस्तेमाल न करे. विस्तृत सुनवाई के लिए मामले को 17 अप्रैल के लिए सूचीबद्ध किया जाता है.’’
इलाहाबाद पश्चिम सीट से 5 बार विधायक और फूलपुर लोक सभा सीट से सांसद रह चुके Atique Ahmed को किडनैपिंग के एक मामले में 17 साल की सज़ा सुनाई है. आज हम आपको बताएंगें, कौन है अतीक अहमद और क्या है इस केस की पूरी कहानी।
असम में 34 साल पूर्व हुई हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए लोगो को सुप्रीम कोर्ट ने बरी कर करते हुए पुलिस के खिलाफ कई गंभीर टिप्पणीयां की है.
कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद दिवंगत उमेश की मां ने अपहरण केस में अतीक को आजीवन कारावास की सजा पर संतुष्टी जताई है लेकिन हत्या के मामले में भी आरोपी को सजा सुनाने की मांग की है.
सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षा की मांग को लेकर दायर अतीक अहमद की याचिका खारिज करते हुए कहा कि "राज्य मशीनरी आपकी देखभाल करेगी"
‘लिव-इन’ संबंधों के पंजीकरण से ऐसे संबंधों में रहने वालों को एक-दूसरे के बारे में और सरकार को भी उनकी वैवाहिक स्थिति, उनके आपराधिक इतिहास और अन्य प्रासंगिक विवरणों के बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध होगी.
पीठ ने कहा, ‘‘प्रधान न्यायाधीश के समक्ष आवेदक के अधिवक्ता द्वारा तत्काल उल्लेख किए जाने के बाद मामले को सूचीबद्ध किया गया था. आज जब मामला सुनवाई के लिये आया है, तो अधिवक्ता ने दलील रखने में असमर्थता जताई. मामले को एक सप्ताह बाद सूचीबद्ध करें.’’
हाथरस में 14 सितंबर 2020 को दलित लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया था. घटना के बाद लड़की की हालत गंभीर हो गई थी, जिसके बाद उसे अलीगढ़ रेफर किया था. इस मामले में पीड़िता के बयानों के बावजूद अदालत ने तीन को आरोपियों को बरी किया है.
सुप्रीम कोर्ट हत्या के आरोपित इंद्रजीत दास की त्रिपुरा हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी. हाई कोर्ट ने दास की अपील को खारिज करते हुए निचली अदालत द्वारा उसे भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302/34 (हत्या और साझा मंशा) और धारा 201 (साक्ष्य मिटाना) के तहत सुनाई गई सजा बरकरार रखी थी.
मंगलवार को दिल्ली की साकेत अदालत के जज ने मुकदमे की कार्यवाही ट्रायल शुरू करने के लिए श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड की समस्त फाइलों को सेशन कोर्ट को भेजने के आदेश दिए हैं.
हाईकोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर करने वाली जनहित याचिका को खारिज करते हुए कहा कि अदालत इसकी निगरानी नहीं करेगी.
श्रद्धा हत्या का मामला अब दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है. जनहित याचिका के जरिए मामले की जांच दिल्ली पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर करने की गुहार लगाई गयी है.
पीठ ने कहा, ‘‘प्रधान न्यायाधीश के समक्ष आवेदक के अधिवक्ता द्वारा तत्काल उल्लेख किए जाने के बाद मामले को सूचीबद्ध किया गया था. आज जब मामला सुनवाई के लिये आया है, तो अधिवक्ता ने दलील रखने में असमर्थता जताई. मामले को एक सप्ताह बाद सूचीबद्ध करें.’’
हाथरस में 14 सितंबर 2020 को दलित लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया था. घटना के बाद लड़की की हालत गंभीर हो गई थी, जिसके बाद उसे अलीगढ़ रेफर किया था. इस मामले में पीड़िता के बयानों के बावजूद अदालत ने तीन को आरोपियों को बरी किया है.
सुप्रीम कोर्ट हत्या के आरोपित इंद्रजीत दास की त्रिपुरा हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी. हाई कोर्ट ने दास की अपील को खारिज करते हुए निचली अदालत द्वारा उसे भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302/34 (हत्या और साझा मंशा) और धारा 201 (साक्ष्य मिटाना) के तहत सुनाई गई सजा बरकरार रखी थी.
मंगलवार को दिल्ली की साकेत अदालत के जज ने मुकदमे की कार्यवाही ट्रायल शुरू करने के लिए श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड की समस्त फाइलों को सेशन कोर्ट को भेजने के आदेश दिए हैं.
हाईकोर्ट ने श्रद्धा हत्याकांड मामले की जांच सीबीआई को ट्रांसफर करने वाली जनहित याचिका को खारिज करते हुए कहा कि अदालत इसकी निगरानी नहीं करेगी.
श्रद्धा हत्या का मामला अब दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है. जनहित याचिका के जरिए मामले की जांच दिल्ली पुलिस से सीबीआई को ट्रांसफर करने की गुहार लगाई गयी है.