क्या होती है Caveat petition जिसके चलते कोई अदालत नहीं दे सकती Ex-parte फैसला
कानून सबके लिए एक बराबर है, तभी तो पक्ष और विपक्ष दोनों को ही अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया जाता है. कभी -कभी फैसला आने के बाद भी लोग ऊपरी अदालत में दोबारा सुनवाई के लिए याचिका दायर करते हैं, ऐसी स्थिति में जिसके पक्ष में फैसला पहले आ चुका है वो भी एक याचिका दायर कर सकता है.