क्या है कवाल कांड, जिससे भड़क उठी मुज़फ्फरनगर दंगे की आग
साल 2013 में हुए मुज़फ्फरनगर दंगे भारत के इतिहास में हुए सबसे खतरनाक दंगों में से हैं, इन दंगों की शुरुआत किस कारण से हुई थी, आज उस कारण 'कवाल कांड' के बारे में जानेंगें
साल 2013 में हुए मुज़फ्फरनगर दंगे भारत के इतिहास में हुए सबसे खतरनाक दंगों में से हैं, इन दंगों की शुरुआत किस कारण से हुई थी, आज उस कारण 'कवाल कांड' के बारे में जानेंगें
28 अगस्त, 2013 को मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक संघर्ष के मामले में पुलिस ने सैनी सहित 27 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
Muzaffarnagar दंगे में ना केवल शहर जला, बल्कि कई लोगों की जान चली गई वहीं सामूहिक दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध को भी अंजाम दिया गया था. जिस पर अब जाकर दोषियों की सजा मुकर्रर की गई है.
वर्ष 2013 में अपराधिक Criminal Law में किए गए संशोधन के बाद सांप्रदायिक हिंसा के दौरान दुष्कर्म की धारा 376(2)(g) में किसी को सजा सुनाए जाने का यह पहला मामला है. अदालत ने दोनो दोषियों को इस धारा के तहत 10 साल जेल की सजा के साथ 5000 का जुर्माना लगाया है.
28 अगस्त, 2013 को मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक संघर्ष के मामले में पुलिस ने सैनी सहित 27 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था.
वर्ष 2013 में अपराधिक Criminal Law में किए गए संशोधन के बाद सांप्रदायिक हिंसा के दौरान दुष्कर्म की धारा 376(2)(g) में किसी को सजा सुनाए जाने का यह पहला मामला है. अदालत ने दोनो दोषियों को इस धारा के तहत 10 साल जेल की सजा के साथ 5000 का जुर्माना लगाया है.