जम्मू: भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डॉ न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) ने जम्मू-कश्मीर के कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर की पवित्र गुफा और गर्भगृह में बृहस्पतिवार को पूजा-अर्चना की।
समाचार एजेंसी भाषा (Bhasha) के अनुसार, सीजेआई का पद संभालने के बाद न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ की माता वैष्णो देवी मंदिर की यह पहली यात्रा है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के प्रवक्ता के मुताबिक कटरा पहुंचने पर भारत के प्रधान न्यायाधीश का बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंशुल गर्ग ने स्वागत किया।
इस मौके पर सीजेआई के साथ जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भी थे। बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने गणमान्य व्यक्तियों को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए किए जा रहे निरंतर प्रयासों और पहलों के बारे में जानकारी दी।
सीजेआई ने यहां आने वाले तीर्थयात्रियों की सुविधा और उनकी तीर्थयात्रा को परेशानी मुक्त बनाने के लिए सुविधाएं प्रदान करने के लिए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा शुरू किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। पवित्र गुफा मंदिर में पूजा करने के बाद सीजेआई भैरों बाबा मंदिर में पूजा करने के लिए भैरों घाटी भी गए।
जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने जम्मू में एक नए हाईकोर्ट कॉम्प्लेक्स (New High Court Complex, Jammu) की नींव रखी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इस आधुनिकतम कॉम्प्लेक्स की कीमत लगभग 800 करोड़ रुपये है और यह जम्मू के बाहरी हिस्से में, रायका वन भूमि में बन रहा है।
फाउंडेशन स्टोन लेइंग सेरिमनी के मौके पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर बी डी मिश्रा और उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश मौजूद थे। देश के कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने इवेंट को वर्चुअली जॉइन किया था।