साइबर अपराध की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. आए दिन साइबर अपराधी नए-नए तरह के टैक्टिस अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं. लोगों को इन अपराधियों का शिकार बनने से बचाने व साइबर अपराध के बारे में जागरूक करने को लेकर पंजाब पुलिस ने साइबर मित्र नामक चैटबॉट लांच किया है.
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने सोमवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वास्तविक समय में साइबर अपराध की रिपोर्टिंग से निपटने के लिए, पंजाब साइबर अपराध सेल ने हेल्पलाइन 1930 और नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली (सीएफसीएफआरएमएस) पर अपनी क्षमताओं को बढ़ाया है. साइबर अपराधों से संबंधित प्रश्नों में सहायता प्रदान करने के लिए आज पंजाब में चैटबॉट साइबर मित्र लॉन्च किया गया है.
डीजीपी ने कहा कि ये अत्याधुनिक नवाचार साइबर अपराध की रिपोर्टिंग को बढ़ाएंगे और वित्तीय धोखाधड़ी का तेजी से समाधान सुनिश्चित करेंगे, जिससे डिजिटल दुनिया में नागरिकों को सशक्त बनाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि साइबर मित्र चैटबॉट 24x7 सहायता और त्वरित प्रतिक्रिया के साथ तत्काल जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करेगा जो नागरिकों के विवरण की सुरक्षा के लिए गोपनीय रिपोर्टिंग सुनिश्चित करेगा. डीजीपी ने कहा कि पंजाब साइबर क्राइम सेल डोमेन-विशिष्ट कर्मियों से लैस है, जो जरूरतमंद नागरिकों का समर्थन और मार्गदर्शन करने के लिए अत्यधिक प्रशिक्षित हैं.
"साइबर क्राइम टीम के साथ बातचीत की, जो आधुनिक युग के अपराधों से निपटने और रिकॉर्ड समय में पीड़ितों को उनके धन की वसूली में सहायता करने के लिए चौबीसों घंटे काम करती है। हमारा @CyberCrimePbInd डोमेन-विशिष्ट कर्मियों से लैस है, जो जरूरतमंद नागरिकों का समर्थन और मार्गदर्शन करने के लिए अत्यधिक प्रशिक्षित हैं,
As we stand at the forefront of an evolving digital age, our commitment to the safety and well-being of every citizen remains unwavering. #Helpline 1930 and advanced tools like the Cyber Mittar is not just about technological progress; it's about being there for you when you… pic.twitter.com/vtem1sGfH2
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) October 15, 2024
डीजीपी ने कहा कि हम वित्तीय धोखाधड़ी के त्वरित समाधान के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर और वास्तविक समय के लेन-देन को रोकने के साथ, हम पीड़ितों के धन को सुरक्षित करते हैं और आगे के नुकसान को रोकते हैं. हमारे विशेष उपकरण समझौता किए गए उपकरणों को अनलॉक करने में भी मदद करते हैं, जिससे साइबर अपराध से प्रभावी ढंग से लड़ने की हमारी क्षमता बढ़ती है. उन्होंने कहा कि हेल्पलाइन 1930 और साइबर मित्तर केवल तकनीकी प्रगति के बारे में नहीं हैं, बल्कि लोगों के लिए मौजूद होने के बारे में भी हैं.