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अयोध्या विवाद का समाधान निकालने के लिए मैंने भगवान से मांगी मदद, पुणे सभा में बोले CJI DY Chandrachud

कार्यक्रम के दौरान CJI DY Chandrachud ने कहा कि मुझे कन्हेरसर का श्री यामी देवी मंदिर बहुत पसंद है. श्री यामी देवी की कृपा से ही मैं भारत का मुख्य न्यायाधीश बन पाया.

भगवान राम, राम मंदिर और सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ (पिक क्रेडिट ANI)

Written by Satyam Kumar |Updated : October 21, 2024 4:29 PM IST

सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि मैं प्रतिदिन भगवान की पूजा करता हूं और मैंने अयोध्या विवाद का समाधान निकालने के लिए भगवान से प्रार्थना की थी (CJI DY Chandrachud Reveals that he Prayed for Ayodhya Dispute Resolution). CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने पुणे जिले के खेड़ तालुका में स्थित अपने पैतृक गांव में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कई बार ऐसा होता है कि हमारे पास केस है, मगर उसका समाधान नहीं मिल पाता है. अयोध्या विवाद में भी कुछ ऐसा ही हुआ है, यह मामला लगभग तीन महीनों तक मेरे पास था. मैं भगवान के सामने बैठा और उन्होंने मेरे लिए भी एक रास्ता ढूंढ लिया.

अयोध्या विवाद पर भगवान से मांगी मदद

कार्यक्रम के दौरान मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि भगवान ने मेरे लिए भी एक रास्ता ढूंढ लिया. मैं हर जगह घूम चुका हूं. अनेक स्थानों के मंदिर देखे हैं. मुझे कन्हेरसर का श्री यामी देवी मंदिर बहुत पसंद है. श्री यामी देवी की कृपा से मैं भारत का मुख्य न्यायाधीश बन पाया. मुझे सम्मान देने के लिए मैं यहां के लोगों का आभारी हूं.

CJI ने कहा,

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"मैं प्रतिदिन भगवान की पूजा करता हूं और उस दिन भी मैंने ऐसा ही किया. मैं परमेश्वर के सामने बैठ गया और उनसे कहा कि अब आप मेरे लिए रास्ता ढूंढें. अगर आपको उनमें विश्वास है, तो भगवान आपके लिए एक रास्ता खोज देंगे. उनके सामने मैंने एक सवाल किया कि इससे बाहर निकलने का रास्ता कैसे खोजा जाए? मैंने भगवान से प्रार्थना की और मामले का फैसला करने से पहले उनसे मदद मांगी."

बता दें कि 9 नवंबर 2019 को तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, शरद बोबडे, धनंजय चंद्रचूड़, अशोक भूषण और एस. अब्दुल नजीर की पांच जजों की बेंच ने अयोध्या विवाद पर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने इसी साल अयोध्या के राम मंदिर का दौरा किया था और उन्होंने रामलला के दर्शन किए थे.