हरियाणा राज्य, पीजीआई रोहतक मेडिकल कॉलेज. बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी, BDS) की प्रथम वर्ष की छात्रा के साथ मारपीट की घटना सामने आई है. आरोपी पंडित भगवत दयाल शर्मा पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (PGIIMS, Rohtak) का ही सीनियर है. पीड़ित छात्रा ने बताया कि आरोपी रेजिडेंट डॉक्टर साथ रहने का दवाब बना रहा था, मना करने पर उसने अगवा कर उसके साथ मारपीट की. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि प्रथम वर्ष की बीडीएस छात्रा ने रविवार रात शिकायत दर्ज कराई कि एमडी (एनाटॉमी) के छात्र डॉक्टर ने उसका अपहरण कर उसके साथ मारपीट की. पीजीआईएमएस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर को निष्कासित कर दिया और कॉलेज परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी. शिकायत के अनुसार, आरोपी ने उसे पीजीआईएमएस से अगवा कर अंबाला और चंडीगढ़ ले गया, जहां उसने उसके साथ मारपीट की. पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच में यौन उत्पीड़न या बलात्कार का कोई सबूत सामने नहीं आया है.
एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में पीड़िता रोती हुई और कथित शारीरिक हमले के कारण शरीर पर हुए घावों को दिखाती हुई नजर आई. वीडियो में उसने दावा किया कि रेजिडेंट डॉक्टर पिछले सात महीनों से उसे परेशान कर रहा था. उसने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने कॉलेज प्रशासन से इस मुद्दे को उठाने पर उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी.
डॉक्टर डूम नाम से बने X अकाउंट ने छात्रा के बयान को अपने प्रोफाइल पर शेयर किया है.
1st Year BDS student assaulted by a Senior anatomy PG, Dr. Manindar Kaushik, at PGI Rohtak. STRICT ACTIONS SHOULD BE TAKEN AGAINST SUCH BASTARDS. @IndianMedAssn@RMLDelhi@NMC_IND#PGIRohtak#JusticeForDoctorpic.twitter.com/9qfB1oIMIL
— Dr. Doom ? (@drdoom0303) August 18, 2024
यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि आरोपी मनिंदर कौशिक, जो पीजीआईएमएस में एमडी एनाटॉमी रेजिडेंट है, को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया है और परिसर में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.
रोहतक पुलिस द्वारा सोमवार को एक्स पर पोस्ट किए गए पोस्ट के अनुसार,
"मेडिकल छात्रा पर हमले के मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है. लड़की के बयान और जांच में अभी तक यौन उत्पीड़न का मामला सामने नहीं आया है. आरोपी डॉक्टर और पीड़ित छात्रा एक-दूसरे को कई महीनों से जानते हैं. हर पहलू को ध्यान में रखते हुए उच्च स्तरीय जांच की जा रही है."
हालांकि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्र को संस्थान में प्रवेश पर रोक लगा दी है.