क्या है पार्टनरशिप और को-ओनरशिप के बीच है अंतर? जानें क्या कहता है कानून
'भागीदारी' और 'सह-स्वामित्व' के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि 'भागीदारी' व्यवसाय के लिए की जाती है बल्कि 'सह-स्वामित्व' का उद्देश्य पैसे कमाना नहीं होता है।
'भागीदारी' और 'सह-स्वामित्व' के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि 'भागीदारी' व्यवसाय के लिए की जाती है बल्कि 'सह-स्वामित्व' का उद्देश्य पैसे कमाना नहीं होता है।
व्यापार कई तरह के होते हैं. उन्ही में से एक है साझेदारी के साथ व्यापार करना. इस तरह के व्यापार में अपराध भी बहुत होते हैं, उन्ही पर लगाम लगाने के लिए Indian Partnership Act बनाया गया है.
भागीदारी (Partnership) किसी भी व्यावसायिक उद्यम के विकास के लिए महत्वपूर्ण है. हमारा देश तेज़ी से विकसित हो रहा है और भागीदारी व्यवसायों में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिल रही है
एक भागीदारी, अनुबंध से ही उत्पन्न होती है, और इसलिए, ऐसा अनुबंध न केवल उस संबंध में भागीदारी अधिनियम के प्रावधानों द्वारा शासित होता है, बल्कि ऐसे मामलों में अनुबंध से संबंधित सामान्य कानून भी लागू होता है, जब भागीदारी अधिनियम विशेष रूप से कोई प्रावधान नहीं करता है.
'भागीदारी' और 'सह-स्वामित्व' के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि 'भागीदारी' व्यवसाय के लिए की जाती है बल्कि 'सह-स्वामित्व' का उद्देश्य पैसे कमाना नहीं होता है।
व्यापार कई तरह के होते हैं. उन्ही में से एक है साझेदारी के साथ व्यापार करना. इस तरह के व्यापार में अपराध भी बहुत होते हैं, उन्ही पर लगाम लगाने के लिए Indian Partnership Act बनाया गया है.
एक भागीदारी, अनुबंध से ही उत्पन्न होती है, और इसलिए, ऐसा अनुबंध न केवल उस संबंध में भागीदारी अधिनियम के प्रावधानों द्वारा शासित होता है, बल्कि ऐसे मामलों में अनुबंध से संबंधित सामान्य कानून भी लागू होता है, जब भागीदारी अधिनियम विशेष रूप से कोई प्रावधान नहीं करता है.