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RG KAR Case में संजय रॉय को दें फांसी, CBI और बंगाल सरकार की एक ही मांग पर Calcutta HC ने सुनाया अलग-अलग फैसला

कलकत्ता हाई कोर्ट ने आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले में दोषी संजय रॉय को दी गई आजीवन कारावास को चुनौती देने वाली CBI की अपील स्वीकार कर ली. हालांकि, अदालत ने रॉय के लिए मौत की सजा की मांग करने वाली पश्चिम बंगाल सरकार की अपील को खारिज कर दिया.

चित्र में आरोपी संजय रॉय

Written by Satyam Kumar |Updated : February 7, 2025 12:23 PM IST

RG KAR Rape and Murder Case: कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की वह अपील स्वीकार कर ली, जिसमें आरजी कर अस्पताल बलात्कार-हत्या मामले के दोषी संजय रॉय को निचली अदालत द्वारा सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा को चुनौती दी गई है.  हालांकि, खंडपीठ ने मामले में एकमात्र दोषी रॉय को सुनाई गई सजा को चुनौती देने वाली पश्चिम बंगाल सरकार की अपील को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. सीबीआई और राज्य सरकार दोनों ने रॉय को मौत की सजा सुनाने का अनुरोध करते हुए हाई कोर्ट में अपील दायर की थी.  कलकत्ता हाई कोर्ट में जस्टिस देबांगसु बसाक और जस्टिस मोहम्मद सब्बार रशीदी की खंडपीठ ने कहा कि चूंकि सीबीआई ने जांच की थी, इसलिए सजा को चुनौती देने वाली उसकी अपील सुनवाई के लिए स्वीकार की जाती है.

'रेयरेस्ट ऑफ रेयर' का मामला नहीं

निचली अदालत ने आरोपी संजय रॉय को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. वहीं फांसी की सजा देने की मांग पर अदालत ने कहा चूंकि मामला रेयरेस्ट ऑफ रेयर नहीं है, इसलिए मौत की सजा नहीं सुनाई जा सकती है.

घटना की पूरी टाइमलाइन:

9 अगस्त 2024: आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महिला चिकित्सक का शव बरामद हुआ. प्रारंभिक जांच में बलात्कार और हत्या की आशंका जताई गई.

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10 अगस्त 2024: कोलकाता पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर एक सिविक वॉलंटियरसंजय रॉय को गिरफ्तार किया और घटनास्थल से कई बयोलॉजिकल और डिजिटल साक्ष्य जुटाए.

11 अगस्त 2024: कोलकाता उच्च न्यायालय के आदेश पर मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया। सीबीआई ने भी गिरफ्तार सिविक वॉलंटियर को मुख्य आरोपी मानते हुए अदालत में चार्जशीट दाखिल की.

11 नवंबर 2024: मामले में चार्जशीट के आधार पर अदालत में आरोप तय किए गए और सुनवाई प्रक्रिया शुरू हुई.

14 अगस्त 2024: कोलकाता सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में 'महिलाओं की रात' कार्यक्रम आयोजित किया गया। उसी रात आर.जी. कर अस्पताल में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आईं,

6 अक्टूबर 2024: आंतरिक जांच समिति की सिफारिश पर अस्पताल प्रशासन ने यौन उत्पीड़न, धमकी और जबरन वसूली के आरोपों में 10 डॉक्टरों सहित 59 कर्मचारियों को निलंबित किया.

14 नवंबर 2024: अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर की छत गिरने की घटना सामने आई, हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ.