One Nation One Election: पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई वाली उच्च स्तरीय समिति ने लोकसभा, राज्य विधानसभाओं एवं स्थानीय निकायों में एक साथ चुनाव कराने पर गुरुवार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी. उच्च स्तरीय समिति ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 18,626 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी.
देश में एक साथ चुनाव कारने को लेकर दो सितंबर 2023 को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई. जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट शेयरहोल्डर्स, विशेषज्ञों के साथ व्यापक परामर्श और 191 दिनों के शोध कार्य के बाद तैयार की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले चरण में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं, जिसके बाद 100 दिन के अंदर दूसरे चरण में स्थानीय निकायों के चुनाव कराए जा सकते हैं.
The High-Level Committee on simultaneous elections recommends a two-step approach to lead to simultaneous elections. As the first step, simultaneous elections will be held for the House of the People and the State Legislative Assemblies, states the Committee's report.
The… — ANI (@ANI) March 14, 2024
कोविंद कमेटी ने अपनी सिफारिश में कहा है कि त्रिशंकु सदन, अविश्वास प्रस्ताव या किसी ऐसी परिस्थिति में नए सदन के लिए नए सिरे से चुनाव होंगे. ऐसी स्थिति में नए लोकसभा के कार्यकाल पूर्व लोकसभा के शेष कार्यकाल के लिए ही रहेगा. वहीं, राज्य विधानसभाओं के लिए अगर चुनाव होते हैं तो लोकसभा के कार्यकाल पूरा होने तक ही उनका कार्यकाल रहेगा.
समिति ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर 62 पार्टियों से संपर्क किया गया था, जिसमें जवाब देने वाले 47 राजनीतिक दलों में से 32 ने एक साथ चुनाव कराने के विचार का समर्थन किया, जबकि 15 दलों ने इसका विरोध किया. इस रिपोर्ट के अनुसार, कुल 15 पार्टियों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी.