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तिरुनावाया-तावनूर ब्रिज बनाने की प्रस्तावित योजना को मेट्रोमैन की चुनौती, याचिका लेकर पहुंचे केरल HC

2021 में पलक्कड़ से भाजपा उम्मीदवार ई. श्रीधरन ने मलप्पुरम में तिरुनावाया-तवनूर पुल के लिए प्रस्तावित मार्ग के खिलाफ केरल उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है. उनका दावा है कि यह योजना स्वतंत्रता सेनानी के. केलप्पन के स्मारक को नष्ट कर देगा.

केरल हाईकोर्ट

Written by Satyam Kumar |Updated : September 23, 2024 7:01 AM IST

केरल की पलक्कड़ विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के रूप में 2021 में चुनाव लड़ चुके ‘मेट्रोमैन’ ई. श्रीधरन ने मलप्पुरम जिले के भरतपुझा में तिरुनावाया-तावनूर पुल के प्रस्तावित मार्ग के खिलाफ केरल उच्च न्यायालय का रुख किया है. मेट्रोमैन ने दावा किया है कि यह मार्ग स्वतंत्रता सेनानी के. केलप्पन के स्मारक को नष्ट कर देगा और आस-पास के मंदिरों की पवित्रता से समझौता करेग. श्रीधरन ने अपनी याचिका में उनके वैकल्पिक प्रस्ताव पर विचार करने और मौजूदा निर्माण योजनाओं को रोकने का अनुरोध किया है.

पुल निर्माण के खिलाफ केरल HC में याचिका

श्रीधरन ने सात सितंबर को दायर अपनी याचिका में दावा किया कि प्रस्तावित मार्ग के कारण महान स्वतंत्रता सेनानी के. केलप्पन (जिन्हें केरल के गांधी के नाम से जाना जाता है) का स्मारक नष्ट हो जाएगा और भरतपुझा नदी तट पर स्थित मंदिरों की पवित्रता से समझौता होगा. उन्होंने यह भी दावा किया कि केरल सड़क एवं पुल विकास निगम लिमिटेड और राज्य सरकार ने उनके किफायती वैकल्पिक प्रस्ताव को नजरअंदाज कर दिया.

पुल निर्माण से मंदिरों को खतरा, श्रीधरन का दावा

याचिका में ‘‘पुल के निर्माण के लिए अवैज्ञानिक रूपरेखा’’ पर आगे न बढ़ने तथा श्रीधरन द्वारा प्रस्तावित वैकल्पिक रूपरेखा के पालन संबंधी निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. याचिका में आगे कहा गया है, ‘‘प्रतिवादी पवित्र मंदिरों और ऐतिहासिक स्मारक (केलप्पन के स्मृति मंडपम) की पवित्रता को नष्ट करके मनमाने ढंग से निर्माण कार्य जारी रखे हुए है.’’

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(खबर भाषा इनपुट के आधार पर लिखी गई है)