उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में तिरंगा यात्रा के दौरान चंदन गुप्ता की हत्या के मामले में एनआईए कोर्ट ने दोषी करार दिए गए 28 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. एक दिन पहले ही अदालत ने सभी आरोपियों को दोषी करार दिया था और सजा सुनाने को लेकर आज का दिन तय किया था. मामले के मुख्य गवाह और चंदन के भाई विवेक ने कोर्ट को बताया कि बवाल के दौरान सलीम ने चंदन को निशाना बनाकर गोली मारी थी. एनआईए कोर्ट ने कुल 12 गवाहों के बयान पर दोषी करार दिया है. वहीं, मामले के मुख्य आरोपी सलीम कल कोर्ट में पेश नहीं हुआ था, जिसके बाद अदालत ने उसकी गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है.
एनआईए कोर्ट ने कल इस हत्याकांड में आसिफ कुरेशी उर्फ हिटलर, असलम कुरैशी ,असीम कुरैशी, शबाब, साकिब ,मुनाजिर रफी, आमिर रफी, सलीम, वसीम, नसीम, बबलू, अकरम, तौफीक, मोहसिन, राहत, सलमान, आसिफ जिम वाला, निशु, वासिफ, इमरान ,शमशाद ,जफर, शाकिर, खालिद परवेज ,फैजान, इमरान, शाकिर ,जाहिद उर्फ जग्गा को
आईपीसी की धारा 147 ,148, 307/149, 302/149, 341, 336, 504, 506 ,राष्ट्रीय ध्वज अपमान निवारण अधिनियम की धारा 2 के तहत दोषी ठहराया था.
एनआईए कोर्ट ने देशद्रोह की धारा 124A पर नहीं हुई सुनवाई क्योंकि इसे सुप्रीम कोर्ट ने निलंबित कर रखा है. मामले के एक आरोपी अजीजुद्दीन की सुनवाई के दौरान मौत हुई थी. वहीं, अदालत ने दो आरोपी नसरुद्दीन और असीम कुरैशी को कोर्ट ने सबूत के अभाव में बरी किया है.
26 जनवरी 2018 के दिन, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने जिले में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया था, जब यह यात्रा मुस्लिम बहुल इलाके बड्डूनगर से निकली तो, दोनों पक्षों के बीच 'यात्रा' को लेकर झड़प शुरू हो गई. चंद सेकेंड में ये झड़प मारपीट में बदल गई. इस दौरान आरोपियों ने गोली चला दी, जो चंदन गुप्ता को जाकर लगी. लोग आनन-फानन में चंदन को अस्पताल लेकर गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. इस मामले में पुलिस ने 20 नामजद और और अन्य अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी.
एनआईए कोर्ट का फैसला आने के बाद चंदन गुप्ता के भाई विवेक गुप्ता ने न्यायपालिका के प्रति आभार व्यक्त किया है. विवेक गुप्ता ने कहा कि मेरे भाई की हत्या कर दी गई और आरोपियों को आजीवन कारावास और 10 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई गई है. मैं वकीलों को धन्यवाद देता हूं। हाईकोर्ट में, हम मांग करेंगे कि मुख्य दोषी को फांसी दी जाए और जो दो लोग बरी हो गए हैं उन्हें भी सजा दी जाए.