Advertisement

मुर्शिदाबाद हिंसा के पीछे बाहरी शक्तियों का हाथ... NIA जांच कराने की मांग याचिकओं पर Calcutta HC आज करेगी सुनवाई

PIL में कलकत्ता हाई कोर्ट को बताया गया है कि इन अशांति की घटनाओं में बाहरी शक्तियों का हाथ हो सकता है, इसलिए पूरे मामले की जांच NIA को सौंपी जाए. साथ ही, जिन लोगों को घर छोड़ना पड़ा है, उन्हें घर वापस भेजने और मुआवज़ा देने का निर्देश अदालत दे.

कलकत्ता हाईकोर्ट

Written by Satyam Kumar |Published : April 17, 2025 11:37 AM IST

मुर्शिदाबाद की घटना को लेकर एनआईए जांच की मांग की मांग की गई है. इसे लेकर कई जनहित याचिकाओं पर कलकत्ता हाई कोर्ट में आज सुनवाई होनी है. राज्य के विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी ने NIA से जांच कराने की मांग करते हुए एक याचिका दायर की है. इसी मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भी एक अलग याचिका दाखिल की है. इन मामलों की सुनवाई आज न्यायमूर्ति सौमेन सेन की खंडपीठ में होनी है.

NIA जांच कराने की मांग

इससे पहले सुई, धूलियन और शमशेरगंज क्षेत्रों में अशांति की घटनाओं को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करते हुए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की थी. अदालत ने उन इलाकों में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया था. जनहित याचिका में शुभेंदु का कहना है कि इन अशांति की घटनाओं में बाहरी शक्तियों का हाथ हो सकता है, इसलिए पूरे मामले की जांच NIA को सौंपी जाए. साथ ही, जिन लोगों को घर छोड़ना पड़ा है, उन्हें घर वापस भेजने और मुआवज़ा देने का निर्देश अदालत दे.

दूसरी ओर, विश्व हिंदू परिषद की ओर से दायर याचिका में मांग की गई है कि अशांति की घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. साथ ही, तोड़फोड़ और आगजनी में शामिल लोगों से हर्जाना वसूला जाए.

Also Read

More News

हिंसा की जांच के लिए SIT गठित

पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा की घटनाओं की जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। अधिकारियों के अनुसार, यह निर्णय बुधवार को लिया गया. SIT में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (इंटेलिजेंस ब्रांच), दो उप पुलिस अधीक्षक - एक काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स (CIF) से और दूसरा अपराध जांच विभाग (CID) से, पांच निरीक्षक (चार CID से और एक ट्रैफिक पुलिस से) शामिल हैं, और सुंदरबन पुलिस जिले के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन का प्रभारी अधिकारी भी इसमें है.

तीन लोगों की मौत, 150 गिरफ्तार

पिछले सप्ताह मुर्शिदाबाद जिले में नए वक्फ कानून के खिलाफ हुई हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई. यह हिंसा मुस्लिम समुदाय द्वारा वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान भड़की थी. अब तक, मुर्शिदाबाद हिंसा के संबंध में 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और समसेरगंज, धुलियान और मुर्शिदाबाद के अन्य प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है.

हिंसा के बाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुर्शिदाबाद में लगभग नौ कंपनियों, यानी कम से कम 900 सीमा सुरक्षा बल (BSF) कर्मियों को तैनात किया. इनमें से 300 BSF कर्मी स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हैं, और राज्य सरकार की मांग पर अतिरिक्त कंपनियों को भेजा गया था.