नई दिल्ली: बायजू (BYJU) ब्रांड नाम के तहत संचालन करने वाले शिक्षा प्रौद्योगिकी स्टार्टअप थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (Think and Learn Private Limited) ने आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (AESL) के संस्थापकों को कानूनी नोटिस भेजा है।
सूत्रों ने बताया कि आकाश के संस्थापकों के कथित रूप से शेयर हस्तांतरण में आनाकानी के बाद यह नोटिस भेजा गया है, जबकि एईएसएल की बिक्री के तहत उन्हें बिना शर्त ऐसा करना था।
समाचार एजेंसी भाषा के अनुसार, बायजू ने 2021 में नकद और शेयर सौदे के तहत लगभग 94 करोड़ अमेरिकी डॉलर में 33 साल पुराने कोचिंग सेंटर एईएसएल का अधिग्रहण किया था। सौदे के बाद थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड (टीएलपीएल) के पास 43 फीसदी हिस्सेदारी थी, जबकि इसके संस्थापक बायजू रवींद्रन को 27 फीसदी हिस्सेदारी मिली।
एईएसएल के संस्थापक चौधरी के परिवार के पास लगभग 18 प्रतिशत और ब्लैकस्टोन के पास शेष 12 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सौदे के तहत एईएसएल का टीएलपीएल के साथ विलय किया जाना था। हालांकि, प्रस्तावित विलय को लेकर राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) के फैसले में देरी के कारण टीएलपीएल ने समझौते को लागू कर दिया है और चौधरी को नोटिस जारी कर शेयर हस्तांतरण का अनुरोध किया है।
दूसरी ओर मामले की जानकारी रखने वाले तीन सूत्रों ने बताया कि अल्पांश शेयरधारकों ने एईएसएल में अपनी इक्विटी हिस्सेदारी को मूल कंपनी टीएलपीएल के साथ बदलने से इनकार कर दिया है। सूत्रों ने कहा कि ब्लैकस्टोन और चौधरी परिवार ने पिछले कुछ हफ्तों में बायजू को पत्र लिखकर मूल समझौते के अनुसार शेयर हस्तांतरण करने के लिए टीएलपीएल की नोटिस को मानने से इनकार कर दिया है।
इस बारे में बायजू ने कुछ भी कहने से मना कर दिया जबकि एईएसएल को पूछे गये सवालों का फिलहाल कोई जवाब नहीं आया।