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Badlapur Sexual Assault Case: बॉम्बे हाईकोर्ट के फटकार के बाद क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई, स्कूल के अध्यक्ष और सचिव गिरफ्तार

बदलापुर यौन शोषण मामले में ठाणे क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की. क्राइम ब्रांच की ये कार्रवाई बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा फटकार लगाने के बाद की गई.

पिक क्रेडिट: Freepik

Written by Satyam Kumar |Published : October 3, 2024 9:32 AM IST

बदलापुर यौन शोषण मामले में ठाणे क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की. क्राइम ब्रांच की ये कार्रवाई बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा फटकार लगाने के बाद की गई. पिछली सुनवाई में बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा था कि यहां आरोपी अंतरिम जमानत की मांग कर रहे और आम लोगों को पकड़ने में किसी भी हद तक जानेवाली पुलिस स्कूल ट्रस्टियों को पकड़ने में क्यों नाकाम हैं. अब आगे कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने स्कूल के अध्यक्ष उदय कोतवाल और सचिव तुषार आप्टे को गिरफ्तार कर लिया है. ठाणे क्राइम ब्रांच अब दोनों आरोपियों को एसआईटी को सौंप देगी, जो इस पूरे मामले में जांच कर रही है.

नाबालिग के यौन उत्पीड़न की शिकायत नहीं कराने पर FIR

बॉम्बे उच्च न्यायालय द्वारा उदय कोतवाल और सचिव तुषार आप्टे की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद ये गिरफ्तारियां हुई है. स्कूल के इन दोनों ट्रस्टियों के खिलाफ नाबालिग लड़कियों के साथ हुई यौन उत्पीड़न की घटना की जानकारी होने के बावजूद पुलिस को सूचना नहीं देने के चलते पॉक्सो अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पॉक्सो कानून के तहत नाबालिग के साथ हुए यौन उत्पीड़न की सूचना पुलिस को देना अनिवार्य है, ऐसा नहीं करने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा चलाया जा सकता है.

मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे का हुआ एनकाउंटर

IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, बता दें कि एक सफाई कर्मचारी ने दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया था. इस मामले में मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है. अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से बदलापुर स्थानांतरित किया जा रहा था. इसी दौरान कथित तौर पर उसने एक पुलिसकर्मी से हथियार छीनकर गोली चला दी था. पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई में वह घायल हो गया था और बाद में इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई.

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मुख्य आरोपी शिंदे के एनकाउंटर पर कोर्ट ने भी सवाल उठाया. महाराष्ट्र सरकार से कोर्ट ने कहा था, "हम यह कैसे मान लें कि चार अफसर एक आरोपी को संभाल नहीं पाए. हथकड़ी भी लगी थी, अगर सेल्फ डिफेंस जैसी स्थिति थी तो आरोपी के पैर पर गोली मारते हैं, सिर में नहीं."

एनकाउंटर की जांच करने को लेकर आयोग गठित

इस एनकाउंटर की जांच के लिए एक आयोग का गठन किया गया है. आयोग इस बात की जांच करेगा कि अक्षय शिंदे की मौत कैसे हुई थी और इसके अलावा आयोग इसके कारणों तथा परिणामों का विश्लेषण भी करेगा. आयोग यह जांच करेगा कि क्या कोई व्यक्ति, समूह या संगठन, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इस घटना के लिए जिम्मेदार था. यह जांच करेगा कि पुलिस ने घटना के दौरान क्या उचित उठाए थे और इससे जुड़े सभी पहलुओं की विस्तृत जांच करेगा.