नई दिल्ली: भारत एक लोकतान्त्रिक देश जो अपने नागरिकों की वजह से है, और इन नागरिकों का ख्याल रखना सरकार की जिम्मेदारी है। इसी जिम्मेदारी के तहत सरकार ने जनता के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं जिनमें कुछ चिकित्सा से भी जुड़ी भी हैं। 'आयुष्मान भारत योजना' भी ऐसी ही एक योजना है जिसके तहत 'हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स' (HWS) और 'प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना' (Prime Minister Jan Aarogya Yojna) आती हैं।
आयुष्मान भारत प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना में सरकार आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सालाना पांच लाख रुपये दिए जाते हैं जो उनके मेडिकल ट्रीटमेंट्स के लिए काम आते है.
इस योजना के तहत सरकारी और निजी, दोनों तरह के अस्पताल शामिल हैं और इस योजना से आपको कैशलेस पेमेंट और पेपरलेस रिकॉर्ड्स आदि जैसी कई सारी सुविधाएं मिलती हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना के तहत उन परिवारों को हर साल पांच लाख रुपये मेडिकल इन्श्योरेन्स दिया जाता है जिनका चुनाव 'सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना, 2011' (Socio-Economic and Caste Census, 2011) के आधार पर किया जाता है।
इस योजना के लिए परिवार को सिलेक्ट करते समय परिवार कितना बड़ा है, लोगों की उम्र कितनी है और उनका लिंग क्या है, यह सब मायने नहीं रखता है।
आयुष्मान भारत योजना के फायदों में तीन दिन का प्री-हॉस्पिटलाइजेशन, 15 दिन का पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन, दवाइयों का खर्चा और नैदानिक देखभाल (Diagnostic Care) शामिल होता है। बता दें कि इस योजना का फायदा उठाने के लिए आपको अपने शहर या राज्य में होना जरूरी नहीं है, देश में कहीं भी आप इस योजना से सूचीबद्ध अस्पताल में इलाज करवा सकते हैं।
अब आइए जानते हैं कि इस योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया क्या है, इसके कुछ मेजर स्टेप्स हैं। सबसे पहले आपको चेक करना होगा कि आप आयुष्मान भारत योजना के लिए योग्य हैं या नहीं जिसके बाद फॉर्म भरकर आपको इसके लिए आवेदन करना होगा। जानें आवेदन प्रक्रिया के स्टेप्स...