नई दिल्ली: उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के साथ पंजीकृत 90,000 से अधिक स्टार्टअप ने प्रत्यक्ष रूप से दस लाख नौकरियों के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अनेक अवसर पैदा किए हैं. विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (VNIT) के वार्षिक ई-शिखर सम्मेलन कंसोर्टियम 2023 में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने यह तथ्य रखा. उन्होंने कहा कि देश के नेतृत्व में भारत को दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम में बदल दिया है.
विश्वेश्वरैया राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (VNIT) के वार्षिक ई-शिखर सम्मेलन में पीयूष गोयल वर्चुअल मोड के माध्यम शामिल हुए. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के केंद्र के रूप में दुनिया भर में भारत का सम्मान और महत्व है. उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में भारत ने राष्ट्रों के समुदाय के बीच सच्चे अर्थों में अपना सम्मान पाया है और नया भारत दुनिया को मैत्री और साझेदारी की पेशकश कर रहा है.
गोयल ने निवेशकों, उद्यमियों, उद्यम पूंजीपतियों आदि जैसे विभिन्न हितधारकों को एक आम मंच पर लाने और क्षेत्र में स्टार्टअप और उद्यमिता को प्रोत्साहित करने के लिए वीएनआईटी की सराहना की. गोयल ने कहा कि भारतीय युवा वैश्विक कंपनियों का नेतृत्व करने वाले भारतीयों के साथ दुनिया भर में विशाल प्रतिभा और क्षमताओं का प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की यात्रा प्रौद्योगिकी और नवाचार द्वारा संचालित है, जो युवाओं को नौकरी मांगने वालों के बजाय नौकरी देने वाला बनने में मदद कर रही है.
उन्होंने लोगों और व्यवसायों के लिए सरल लेकिन अत्यधिक प्रभावी समाधान प्रदान करने के लिए स्टार्टअप्स की सराहना करते हुए कहा कि इससे कारोबारी सुगमता और रहन-सहन में आसानी में सुधार हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि स्टार्टअप में लैंगिक समानता है, क्योंकि लगभग आधे स्टार्टअप में कम से कम एक महिला निदेशक हैं और महिला उद्यमी कई सफल स्टार्टअप का नेतृत्व कर रही हैं. उन्होंने कहा कि स्टार्टअप भारत को प्रौद्योगिकी और अवधारणाओं का देश बनाते हैं.
गोयल ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि वित्तवर्ष 2022-23 में भारत का कुल निर्यात स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में लगभग 765 अरब अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है. इसमें वस्तुओं और सेवाओं दोनों में वृद्धि हुई है, जबकि वैश्विक स्थिति इतनी चुनौतीपूर्ण है.
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने यह भी कहा कि फरवरी 2023 में माल और सेवा कर का अभूतपूर्व संग्रह अर्थव्यवस्था की अधिक औपचारिकता और विकास की महत्वपूर्ण गति का परिणाम है.