
सुप्रीम कोर्ट
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पत्नी को गुजारा भत्ता पाने का अधिकार
अदालत ने साफ किया ऐसा संभव है कि जब पत्नी के पास अपने पति से अलग रहने का वैध कारण हो.

अदालत का नहीं माना आदेश
सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में विचार करना था कि क्या पति वैवाहिक अधिकारों की बहाली के आदेश के बाद पत्नी को भरण-पोषण देने से मुक्त हो जाता है.

परिस्थितियों पर आधारित
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि इस विषय पर कोई सख्त नियम नहीं हो सकता और यह हमेशा परिस्थितियों पर निर्भर करेगा.

तलाक का मामला
साल 2014 के इस मामले में पत्नी ने तलाक व दस हजार गुजारा भत्ता की मांग को लेकर फैमिली कोर्ट गई,

हाई कोर्ट पहुंचा मामला
जिसे पति ने हाई कोर्ट में चुनौती दी, पति की मांग को सही ठहराते हुए हाईकोर्ट ने पत्नी को वापस से ससुराल जाने का आदेश दिया.

गुजारा भत्ता पाने का अधिकार
जिसे पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. शीर्ष अदालत ने पत्नी को राहत देते हुए पति को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है.