नई दिल्ली: देश की सर्वोच्च अदालत में हाल ही सेवानिवृत हुए दो जजों के रिक्त पदो के लिए सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने आन्ध्रप्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश Justice Prashant Kumar Mishra और वरिष्ठ अधिवक्ता KV Vishwanathan के नाम की सिफारिश की है.
मंगलवार शाम सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ की अध्यक्षता में हुए कॉलेजियम की बैठक में दोनो नामों की सिफारिश की गयी है.
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट जज जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस एम आर शाह की सेवानिवृति से ये पद रिक्त हुए है.
सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ की अध्यक्षता में हुए 5 सदस्य कॉलेजियम सीजेआई के साथ जस्टिस एस के कौल, जस्टिस के एम जोसेफ, जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस संजीव खन्ना शामिल हुए.
जस्टिस अजय रस्तोगी की सेवानिवृति से पूर्व संभवतया ये उनका अंतिम कॉलेजियम की बैठक थी.
जस्टिस अजय रस्तोगी आगामी 16 जून को सेवानिवृत होने जा रहे है.
देश की सर्वोच्च अदालत में वर्तमान में स्वीकृत जजों के 34 पदो पर 32 जज कार्यरत है. ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद जुलाई के दूसरे सप्ताह तक चार जजो की सेवानिवृति के बाद यह संख्या 28 जाएगी.
ऐसे में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने सर्वसहमति से जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस एम आर शाह की सेवानिवृति से रिक्त हुए पदो पर ये दो सिफारिशें की है.
कॉलेजियम द्वारा जारी किए गए स्टेटमेंट के अनुसार कॉलेजियम ने देश के हाईकोर्ट के योग्य मुख्य न्यायाधीशों और वरिष्ठ न्यायाधीशों की योग्यता, सत्यनिष्ठा और क्षमता का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन करने और विचारों की बहुलता को समायोजित करने के बाद Justice Prashant Kumar Mishra के नाम की सिफारिश की है.
देश की सर्वोच्च अदालत में छत्तीसगढ हाईकोर्ट से वर्तमान में कोई प्रतिनिधित्व नही है, जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा को 10 दिसंबर 2009 को छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया था और 13 अक्टूबर 2021 को आंध्र प्रदेश के हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था.
जस्टिस मिश्रा करीब 13 वर्ष हाईकोर्ट के जज रह चुके है. देश में हाईकोर्ट जजों की वरिष्ठता के अनुसार वे 21 क्रम पर है.
कॉलेजियम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश Justice Pritinker Diwaker की वरिष्ठता को दरकिनार करते हुए ये सिफारिश की है. Justice Pritinker Diwaker मूल छत्तीसगढ हाईकोर्ट के जज है और Justice Prashant Kumar Mishra से वरिष्ठ है.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने देश की सर्वोच्च अदातल में जजों की नियुक्ति में बार के प्रतिनिधि के तौर पर सीनियर एडवोकेट K V Vishwanathan के नाम की सिफारिश की है.
कॉलेजियम के स्टेटमेंट के अनुसार कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं के नाम पर चर्चा करने के बाद कॉलेजियम ने K V Vishwanathan के नाम पर मुहर लगाई है.
के वी विश्वनाथन ने कोयम्बटूर लॉ कॉलेज, भरथियार विश्वविद्यालय से पांच साल की कानून डीग्री हासिल करने के बाद 1988 में बार काउंसिल ऑफ तमिलनाडु में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुए थे.
दो दशक से अधिक समय तक सुप्रीम कोर्ट में प्रेक्टिस करने के बाद वर्ष 2009 में उन्हे सीनियर एडवोकेट के रूप में मनोनित किया गया था.
के वी विश्वनाथन का जन्म 26 मई 1966 को हुआ था और सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में नियुक्ति होने पर उनका कार्यकाल 25 मई 2031 तक रहेगा.
जस्टिस जे बी पारदीवाला के 11 अगस्त 2030 को सेवानिवृत होने पर वे देश के मुख्य न्यायाधीश बन सकते है.