बीते दिन हुए पहलगाम हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. देश के चारों ओर से इस घटना को लेकर जिम्मेवार लोगों के प्रति कार्रवाई करने की मांग की गई है. पहलगाम आतंकवादी हमले में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए सुप्रीम कोर्ट नेआज दो मिनट का मौन रखा है. दोपहर करीब 1.59 बजे सायरन बजते ही न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और वादियों सभी ने मौन अवस्था में खड़े होकर अपराह्न दो बजे तक दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की. मौन सभा में सुप्रीम कोर्ट के सभी जज और वकील मौजूद रहें. वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट लॉन में खड़े होकर मृतकों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की. इसके अलावे पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट ने भी सर्कुलर जारी कर मृतक लोगों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की है.
वहीं, पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने पहलगाम हत्याकांड की निंदा की है. अपने बार एसोसिशन ने अपने प्रेस रिलिज में आतंकवादी के प्रति कठोर कार्रवाई करने की मांग की है.
"हम भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि वह अपराधियों की पहचान करने, उन्हें पकड़ने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए त्वरित और कठोर कार्रवाई करे."
बार एसोसिशन ने कहा कि लॉ ऑफिसर होने के नाते हम हर निर्दोष व्यक्ति की सुरक्षा के लिए तत्पर है. बार एसोसिएशन ने कहा कि इस घटना में मारे लोगों के परिजनों से संवेदना व्यक्त करने के लिए हम सभी वकीलों से ब्लैक आर्मबैंड पहनने की मांग करते हैं.
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक पर्यटक स्थल पर हमला किया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए. मारे गए लोगों में ज्यादातर पर्यटक थे. इसके अलावा कई अन्य लोग घायल हो गए. मृतकों में संयुक्त अरब अमीरात और नेपाल के दो विदेशी नागरिक और दो स्थानीय निवासी शामिल हैं.