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सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की 3 हाईकोर्ट जजों के तबादले की सिफारिश

सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ की अध्यक्षता में बुधवार को हुई पहली कॉलेजियम की बैठक में देश के 3 तीन हाईकोर्ट जजो के तबादले की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी गयी है. इसमें मद्रास हाईकोर्ट सीजे जस्टिस टी राजा के तबादले की सिफारिश भी शामिल है.

Written by nizamuddin kantaliya |Published : November 17, 2022 6:59 AM IST

नई दिल्ली, देश के 50 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण के एक सप्ताह बाद ही सीजेआई डी वाई चन्द्रचूड़ की अध्यक्षता में बुधवार को कॉलेजियम की पहली बैठक आयोजित की गयी. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इस बैठक के जरिए देश के तीन हाईकोर्ट जजो के तबादले की सिफारिश केंद्र सरकार को की है.

जस्टिस टी राजा

एक चौकाने वाले निर्णय में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश टी राजा को राजस्थान हाईकोर्ट में ट्रांसफर करने की सिफारिश की है. जस्टिस टी राजा 13 सितंबर को ही मद्रास हाईकोर्ट के एक्टिंग सीजे बने थे.

तमिलनाडु के मदुरै 25 मई, 1961 जन्मे जस्टिस राजा ने मदुरै लॉ कॉलेज से लॉ की डिग्री लेने के बाद जून 1988 में मद्रास हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी. उन्हे मार्च 2009 में मद्रास हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया था.

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जस्टिस टी राजा के तबादले के बाद राजस्थान हाई कोर्ट के कॉलेजियम में भी बड़ा बदलाव आयेगा. वर्तमान में राजस्थान हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश पंकज मित्तल के साथ जस्टिस एम एम श्रीवास्तव और जस्टिस संदीप मेहता तीन सदस्य कॉलेजियम में शामिल हैं. जस्टिस टी राजा के राजस्थान में तबादले के बाद वरिष्ठता का क्रम बदल जाएगा.

जस्टिस टी राजा के तबादले को केन्द्र मंजूरी मिलने के बाद वे वरिष्ठ 3 जजों के कॉलेजियम में शामिल होंगे. वही जस्टिस संदीप मेहता जो कि वर्तमान कॉलेजियम के सदस्य है वे कॉलेजियम से बाहर हो जाएंगे.

पटना हाईकोर्ट में 2 जज

सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इसके साथ ही जस्टिस निखिल एस कारियल और जस्टिस ए अभिषेक रेड्डी को पटना हाई कोर्ट में ट्रांसफर की सिफारिश की है. पटना हाईकोर्ट में जजो के कुल स्वीकृत पद 56 है. इन स्वीकृत पदों पर फिलहाल 34 जज कार्यरत है वही इन दो जजो के तबादले की मंजूरी के बाद ये संख्या बढकर 36 जो जाएगी.

जस्टिस निखिल एस कारियल

9 मई 1974 को जन्मे जस्टिस निखिल एस कारियल गुजरात हाईकोर्ट के जज हैं, वकालत के बाद वे 1998 एडवोकेट के रूप में रजिस्टर्ड हुए और गुजरात हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे. 4 अक्टूबर, 2020 को उन्हे गुजरात हाईकोर्ट में जज नियुक्त किया गया था.9 मई 1974 को राजकोट में जन्में में जस्टिस कारियल वी.बी.ने बैंगलोर विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री करने के बाद 1998 में हाईकोर्ट में वकालत शुरू की.

जस्टिस ए अभिषेक रेड्डी

रंगा रेड्डी जिले के लिंगमपल्ली गांव में 7 नवंबर 1967 को जन्में  जस्टिस ए अभिषेक रेड्डी तेलंगाना हाईकोर्ट के जज है. उन्होने वर्ष 1990 में यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ़ लॉ, उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद जुलाई, 1990 में हैदराबाद में तत्कालीन बार काउंसिल ऑफ आंध्र प्रदेश में अधिवक्ता के प्रैक्टिस शुरू की.

जस्टिस रेड्डी ने वर्ष 1993 में  वाशिंगटन कॉलेज ऑफ लॉ, द अमेरिकन यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन डीसी अपना एलएलएम पूरा कर फिर से प्रैक्टिस शुरू की. 26 अगस्त, 2019 को हैदराबाद में तेलंगाना राज्य के हाईकोर्ट  के स्थायी न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था.

2004 से उन्हे सरकारी वकील के रूप में नियुक्ति दी गयी. वे तेलंगाना स्टेट काउंसिल ऑफ हायर एजुकेशन (TSCHE), जवाहरलाल नेहरू टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (JNTU), हैदराबाद, जवाहरलाल नेहरू आर्किटेक्चर एंड फाइन आर्ट्स यूनिवर्सिटी (JNAFAU), तेलंगाना फीस रेगुलेटरी कमेटी (TFRC), हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HMDA), तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (TSBIE), छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन, पांडिचेरी अर्बन डेवलपमेंट एजेंसी (PUDA), ग्रेटर हैदराबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (GHMC) और स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्निकल सहित कई अन्य संस्थानों के लिए वकील रहे हैं.