तिरूपति लड्डू विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट में अब तक दो याचिकाएं दायर हो चुकी है. एक याचिका बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी और दूसरी याचिका तिरूमाला तिरूपति देवस्थानम ट्रस्ट के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने दायर की है. दोनों नेताओं ने मामले में जांच कमेटी बनाने की मांग की है, जिसमें प्रसाद का लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले घी में घटिया सामग्री और जानवरों की चर्बी मिलाने की चर्चा है. याचिकाकर्ताओं ने अदालत को स्वतंत्र रूप से जांच कराने की मांग की है.
सुब्रमण्यम स्वामी ने तिरूपति लड्डू विवाद मामले में अदालत से स्वतंत्र रूप से जांच कराने की मांग की है. बीजेपी नेता व पूर्व राज्यसभा सांसद स्वामी ने लड्डू की मांग के लिए लैब रिपोर्ट की विस्तृत फोरेंसिक लैब और सैंपल के रूप घी इस्तेमाल किए गए घी के स्त्रोत के बारे में रिपोर्ट तैयार कराने की मांग की है.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को विशेष जांच दल (SIT) से जांच के आदेश दिए हैं, जिसमें वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के सत्ता में रहने के दौरान तिरुपति के लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में पशु वसा की कथित मौजूदगी का पता चला है. सीएम नायडू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि एसआईटी का नेतृत्व एक महानिरीक्षक (IG) या एक उच्च अधिकारी करेंगे. सीएम नायडू ने दावा किया कि एसआईटी रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
20 सितंबर को गुजरात स्थित पशुधन लैबोट्री एनडीडीबी सीएएलएफ लिमिटेड ने दावा किया कि आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में भक्तों को प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में जानवरों की चर्बी और फिस ऑयल होता है. इस रिपोर्ट की कॉपी को टीडीपी के प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने साझा किया था, जिसके बाद इस विवाद ने देश भर में चर्चा का विषय बन चुका है. मामले में एसआईटी जांच की मांग को लेकर कई याचिका दायर की गई है.