दिल्ली पुलिस ने लेडी डॉन ज़िकरा को पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया. दिल्ली पुलिस ने मामले में गिरफ्तार एक अन्य आरोपी साहिल को भी कड़कड़डूमा कोर्ट में पेश किया. दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से लेडी डॉन ज़िकरा को न्यायिक हिरासत में भेजने की मांग की. वहीं साहिल की 5 दिन की पुलिस हिरासत की रिमांड में देने का अनुरोध किया. पुलिस ने अदालत में बताया कि जिकरा ही इस हत्याकांड की मास्टमाइंड है, जिकरा से पूछताछ पूरी हो चुकी है. दिल्ली पुलिस ने कहा साहिल से हथियार की बरामदगी करानी है, हत्या के दौरान साहिल की कई जगह लोकेशन मिली थी, वहां लेकर जाना है, इस दौरान वह जिन लोगों से मिला था उनसे भी पूछताछ करनी है साहिल को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया. कड़कड़डूमा कोर्ट ने साहिल को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. अदालत ने हत्या में प्रयोग किए गए हथियार की बरामदगी के लिए ये फैसला लिया है.
दिल्ली पुलिस के अनुसार, मुख्य आरोपी 'लेडी डॉन' ज़िकरा के साथ साहिल (18), जाहिदा (42), नफीश (32), सोहेब (35), अनीश (19), विकास (29) और करीब 17 और 15 साल के दो नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है. उत्तर-पूर्वी जिले की पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, मेरठ, मुरादाबाद और अमरोहा समेत दिल्ली-एनसीआर में छापेमारी की थी. वहीं, सर्विलांस, सुराग और स्थानीय इनपुट के सहारे संदिग्धों को 20 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया. जांच के दौरान ज़िकरा, साहिल और दो नाबालिगों के खिलाफ सबूत जुटाए, नाबालिग बच्चों को पुलिस ने कानून से संघर्षरत बच्चे" (CCL) बताया है. पुलिस का आरोप है कि इन लोगों ने पीड़ित कुणाल पर हमले की योजना बनाई थी.
पुलिस ने अधिक जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें 17 अप्रैल को शाम करीब 7:38 बजे सीलमपुर पुलिस स्टेशन में झुग्गी सीलमपुर के जे-ब्लॉक में एक व्यक्ति की चाकू घोंपकर हत्या की सूचना मिली, जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि पीड़ित को उसके परिवार वाले पहले ही जेपीसी अस्पताल ले जा चुके थे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पीड़ित की पहचान दिल्ली के न्यू सीलमपुर इलाके के 17 वर्षीय लड़के कुणाल के रूप में हुई, जिसके बाद पुलिस ने सीलमपुर पुलिस स्टेशन में धारा 103(1)/3(5) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तर-पूर्वी दिल्ली की ऑपरेशन विंग भी सीलमपुर पुलिस टीम में शामिल हो गई. जांच के दौरान विभिन्न स्रोतों से एकत्र किए गए साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने संदिग्धों की पहचान की. मुख्य आरोपियों में से एक जिकरा को 18 अप्रैल की शाम को गिरफ्तार किया गया था.
शनिवार को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट ने मामले के सिलसिले में जिकरा को दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उसे सोमवार को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा. पूछताछ के दौरान जिकरा ने पुलिस को बताया कि पिछले साल नवंबर में उसके चचेरे भाई साहिल पर लाला और शंभू नाम के दो लड़कों ने हमला किया था, जो कुणाल के दोस्त थे. उस समय कुणाल भी मौजूद था, लेकिन नाबालिग होने के कारण उसका नाम एफआईआर में दर्ज नहीं किया गया. जिकरा और साहिल का मानना था कि उस हमले के लिए कुणाल जिम्मेदार है और उन्होंने बदला लेने के लिए यह काम किया.