रहिमन इस संसार में भांति-भांति के लोग, कुछ तो देवता, कुछ जूतन के योग्य... इस दोहे से आज की घटना प्रसांगिक है. जहां रेप के आरोपी के ने एक महिला की जिंदगी दो बार बर्बाद करने की प्रयास की, इसे क्या ही कहा जाए अब. आरोपी ने अदालत में गवाही देने आई महिला का फोटो क्लिक किया, उसके पति को वीडियो कॉल महिला को अदालत में मौजूद दिखाया. बात जज को पता लगी तो उन्होंने तुरंत व्यक्ति के अक्ल ठिकाने लगा दिए.
झांसी कोर्ट में एक बेहद गंभीर घटना सुनने को मिली, जहां रेप मामले के आरोपी ने अदालत में पहुंची पीड़िता की जानकारी उसके पति को दे दी. आरोपी ने वीडियो कॉल कर पीड़िता के पति को बताया कि उसकी पत्नी अदालत में आई हुई है, पति को पत्नी के साथ हुए इस हादसे की जानकारी नहीं थी.
वीडियो कॉल के बाद पति का माथा ठनका. उसने अपनी पत्नी से कॉल कर पूछताछ की, पति को बात पता चली जानकर महिला अदालत में ही रोने-बिलखने लगी. जज साहब ने टोका तो महिला ने बताया कि उसका आरोपी ने वीडियो कॉल कर उसके पति को जानकारी दे दी है.
घटना सुनते ही जज साहब बिगड़े. पहले, आरोपी से उसका मोबाइल छीनने के निर्देश दिया. उसके बाद आरोपी का जमानत खारिज करते हुए जेल भेजने का आदेश दिया. आरोपी को डांटते हुए बोले, अंदर जाओ, तुम बाहर रखने लायक ही नहीं हो. आरोपी को जेल भेज दिया गया है.
आज से नौ साल पहले, 2015 में ये दुष्कर्म की घटना हुई थी. मामला सुनवाई में थी. इस दौरान पीड़िता बालिग हुई तो माता-पिता ने उसकी शादी करा दी. लोक-लाज के स्वभाविक तौर पर माता-पिता ने ससुराल वालों के सामने इस घचना को जाहिर नहीं होने दिया. शादी होने के बाद भी माता-पिता बहाने बनाकर पीड़िता को अदालत में हाजिर करते रहे. इस बीच आरोपी भी जमानत पर रिहा हो गया.
इस शुक्रवार को सुनवाई हुई तो आरोपी ने महिला की फोटो खींचकर उसके पति को भेज दिया, वीडियो कॉल करके भी दिखाया.
पति को बात पता चली, तो उसने अपने साले को फोन करके इस बारे में पूछा. साले ने बहाना बनाया तो व्यक्ति ने गुस्से में कहा कि आज तक उससे छिपाया गया कि उसकी पत्नी रेप पीड़िता है. उसने पत्नी को साथ न रखने की बात भी कही.