कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल हत्या मामले में तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद गुरुवार को आरोपी सचिन को रोहतक की अदालत में पेश किया गया. इस दौरान पुलिस ने अदालत से कुछ और जानकारी हासिल करने के लिए आरोपी की रिमांड बढ़ाने की मांग की थी. लेकिन, जिला न्यायालय दंडाधिकारी अमित श्योराण ने पुलिस की मांग को खारिज करते हुए आरोपी सचिन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.
गौरतलब है कि एक मार्च को हरियाणा के रोहतक जिले के सांपला बस स्टैंड पर एक सूटकेस में 22 वर्षीय कांग्रेस नेता हिमानी नरवाल का शव बरामद हुआ था. सूटकेस में शव पाए जाने से इलाके में हड़कंप मच गया और स्थानीय पुलिस ने तुरंत शव को कब्जे में ले लिया था. बाद में मृतका की पहचान कांग्रेस पार्टी से जुड़ी हिमानी नरवाल के रूप में हुई, जो युवा नेता के तौर पर क्षेत्र में सक्रिय थीं. हिमानी की गला घोंटकर हत्या की गई थी. पुलिस ने हत्या के 36 घंटे बाद झज्जर जिले के खैरपुर गांव के रहने वाले सचिन को गिरफ्तार कर लिया था. जिसे अदालत में पेश कर 7 दिन का रिमांड की मांग की थी और अदालत ने पुलिस को 3 दिन की रिमांड दी थी, जिसकी आज रिमांड अवधि पूरी हो गई। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से सचिन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इससे पहले हरियाणा पुलिस ने सोमवार को कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नारवाल के एक मित्र को गिरफ्तार किया था. इस शख्स पर घर पर आपसी झगड़ा होने के बाद एक मोबाइल चार्जर से गला घोंटकर हत्या करने और फिर उनके शव को एक सूटकेस में फेंकने का आरोप है. यह घटना रोहतक में हुई थी, जहां हिमानी का शव शनिवार को सूटकेस में मिला था. माता-पिता के दबाव के बाद इस हत्या की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया.
रोहतक में संवाददाताओं से बात करते हुए अतिरिक्त डीजीपी के के राव ने बताया कि आरोपी, सचिन, झज्जर जिले का निवासी है और वह एक मोबाइल फोन की दुकान चलाता है. उसे दिल्ली में गिरफ्तार किया गया है. राव ने कहा कि यह एक हत्या है जिसमें कुछ ही सबूत हैं, जब शव मिला, तो हमने आठ टीमों का गठन किया, जिसमें SIT भी शामिल थी. राव ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता पीड़िता की पहचान करना था. जब परिवार ने हिमानी की पहचान की, तो पुलिस ने आरोपी को ढूंढने के लिए तेजी से जांच की. पिछले डेढ़ साल से, आरोपी महिला के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में था और उसके घर भी आता-जाता था.
पुलिस ने बताया कि हिमानी विजय नगर में अकेले रहती थी. 27 फरवरी को, आरोपी ने उसके घर का दौरा किया और उनके बीच पैसे को लेकर बहस हुई. अधिकारी ने कहा कि यह झगड़ा पैसे के मुद्दे पर हुआ था. इसी झगड़े के दौरान उसने हिमानी का गला घोंट दिया. राव ने कहा कि हिमानी को मारने के बाद, सचिन ने उसके गहने, लैपटॉप, अंगूठी और उसकी स्कूटी लेकर झज्जर गया, ताकि इन सामानों को अपनी दुकान में छिपा सके. वह उसी रात वापस आया, हिमानी के शव को एक काले सूटकेस में भरकर ऑटो-रिक्शा में बैठ गया, जिसमें एक रजाई भी थी, जिस पर खून के धब्बे थे. उसने समप्ला बस स्टैंड के पास उतरकर सूटकेस को फेंक दिया. अधिकारी ने बताया कि ऑटो-रिक्शा चालक को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि यात्री सूटकेस में एक शव ले जा रहा है.
पुलिस ने कहा कि सचिन को दिल्ली में खुफिया सूचना के आधार पर पकड़ा गया था. वहीं, हिमानी के परिवार ने उसकी शव को जलाने से इनकार करते हुए कहा था कि जब तक कि आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वे उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे. उसकी मां ने आरोपी के लिए मृत्युदंड की मांग भी की. आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद हिमानी का अंतिम संस्कार सोमवार की शाम को किया गया.
(खबर एजेंसी इनपुट से है)