Hate Speech By PM Modi: तमिलनाडु कांग्रेस कमिटी ने मद्रास हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. याचिका में कांग्रेस ने चुनाव आयोग (Election Committee) से नाराजगी जताई. कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग पीएम मोदी (PM Modi) के नफरती बयानों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही है. कांग्रेस ने मद्रास हाईकोर्ट को बताया कि पीएम मोदी के नफरती बयानों के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज कराई गई हैं. लेकिन चुनाव आयोग ने केवल एक 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया है.
उच्च न्यायालय में, तमिलनाडु कांग्रेस कमिटी की याचिका को जस्टिस एडी जगदीश चंदीरा और जस्टिस आर कलाईमथी की बेंच के पास लाया गया. लेकिन बेंच ने आगे सुनवाई करने से पहले मामले को रजिस्ट्री के पास सूचीबद्ध कराने के निर्देश दिए.
तमिलनाडु कांग्रेस के प्रेसिडेंट के सेल्वापेरुन्थागई ने यह याचिका दायर की है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी 21 अप्रैल से ही नफरती बयान दे रहे हैं. अपने बयानों में कई बार उन्होंने मुस्लिम समुदाय के प्रति विवादास्पद बातें कहीं हैं.
कांग्रेस ने कहा,
"मिस्टर मोदी भड़काऊ टिप्पणियों, अपमानजनक और विभाजनकारी भाषणों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं. ECI की यह उदारता नागरिकों के बीच संदेह उत्पन्न कर रही है जो हमारे देश की संपूर्ण चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को कमजोर करती है."
तमिलनाडु कांग्रेस ने कहा, भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव, 2024 किसी भी तरह, By Hook Or Crook जीतना चाहती है. वे हर तरह के हथंकडे अपना रही है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया,
"मुसलमानों जैसे विशिष्ट समुदायों के बारे में मोदी की अपमानजनक टिप्पणियाँ, जिनमें मुसलमानों के बीच मंगल-सूत्र और जन्म दर के बारे में उनकी हालिया टिप्पणियाँ भी शामिल हैं, न केवल अपमानजनक हैं बल्कि शर्मनाक और विश्वासघाती भी हैं क्योंकि वे सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देते हैं और हमारे लोगों के बीच विभाजन पैदा करते हैं."
याचिका में आगे कहा गया, प्रधानमंत्री खुद 'इनफील्ट्रेटर' ज्यादा बच्चे और अगर विपक्ष जीतती है तो हिंदूओं का सारा पैसा मुस्लिमों के पास चला जाएगा. इन्हीं कारणों से चुनाव आयोग को पीएम मोदी से जवाब की मांग करनी चाहिए.