दिवंगत नेता बाबा सिद्दीकी की पत्नी शेहज़ीन सिद्दीकी को उनके पति की हत्या के मामले में पार्टी बनाने की मांग मुंबई की विशेष अदालत ने स्वीकार की है. अक्टूबर 2024 में मुंबई के बांद्रा में हुई हत्या के मामले में शेहज़ीन ने पिछले महीने हस्तक्षेप आवेदन (Intervention Application) दायर किया था. शेहज़ीन ने कहा कि इस घटना से उन्हें अपूरणीय क्षति हुई है, साथ ही अदालत में सही तथ्य पेश करने की जरूरत हैं और वे इस काम में पुलिस का सहयोग करना चाहती हैं.
अब विशेष महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) के जज बीडी शेलके ने शेहज़ीन के आवेदन को मंजूर कर लिया, जिससे वह अब मामले में पक्षकार यानि पार्टी बन गई हैं. वे इस मामले में अब अभियोजन पक्ष यानि कि पुलिस की मदद करेंगी. उनके वकीलों के अनुसार, यह कानूनी प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण कदम है. शेहज़ीन का कहना है कि यह हमला शहर के सबसे समृद्ध और व्यस्त क्षेत्रों में से एक में हुआ था, जो कि एक बेहद गंभीर घटना है. शेहज़ीन के आवेदन में यह भी कहा गया कि एक समर्पित नेता का जीवन लोगों की सेवा करते हुए समाप्त हो गया. उन्होंने अदालत में यह भी कहा कि मृतक की पत्नी के रूप में, उन्हें अपरिवर्तनीय क्षति का सामना करना पड़ा है और यह उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वे अदालत में सही और सच्चे तथ्यों को दर्ज करें ताकि अदालत इस मामले में निष्पक्ष और स्वतंत्र निर्णय ले सके.
66 वर्षीय एनसीपी नेता बाबा सिद्धीक को 12 अक्टूबर 2024 की रात को मुंबई के बांद्रा (पूर्व) क्षेत्र में उनके बेटे ज़ीशान के कार्यालय के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. मामले में पुलिस ने 26 गिरफ्तार लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है, जबकि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई और दो अन्य आरोपी इस मामले में वांछित हैं. सभी आरोपियों को महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA) के तहत बुक किया गया है और वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं. पुलिस ने सलमान वोहरा और आकाशदीप सिंह को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है. वोहरा पर हत्या के लिए फंडिंग करने का आरोप है. मुंबई क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बाबा सिद्धीक की हत्या के बाद पुणे के एक बड़े नेता भी बिश्नोई गैंग के रडार पर थे.
28 जनवरी को, बाबा सिद्धिकी के बेटे जीशान ने पुलिस के सामने एक बयान में बांद्रा में स्लम रिहैबिलिटेशन (SRA) परियोजनाओं पर सवाल उठाए और उनके पिता की हत्या के संदर्भ में उनकी संदिग्ध लिंक की जांच की मांग की. जीशान का बयान पुलिस द्वारा इस महीने पहले दायर की गई चार्जशीट का हिस्सा है. जीशान ने कहा है कि उनके पिता की मृत्यु की जांच पुनर्विकास परियोजना के दृष्टिकोण से और सभी अन्य कोणों से की जानी चाहिए. उन्होंने यह तथ्य भी उजागर किया कि उनके पिता को विधान परिषद का सदस्य नामित किया जाना था, और शपथ ग्रहण समारोह 15 अक्टूबर, 2024 को होना था, जो बाबा सिद्धिकी की हत्या के दो दिन बाद था. जीशान ने पुलिस को दिए गए अपने बयान में मुख्य रूप से SRA परियोजना के बारे में बात की; हालांकि, उन्होंने दावा किया कि इसे पुलिस जांच में छोड़ दिया गया है, जिसके कारण जीशान सिद्धिकी ने इस महीने पहले अपनी असंतोष व्यक्त की.