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‘खास समूह बेंच फिक्सिंग का सिद्धांत गढ़ने में लगे हैं’, देश के दिग्गज वकीलों ने CJI DY Chandrachud को लिखी चिट्ठी, जानिए क्या कुछ कहा

देश के 500 से ज्यादा वकीलों ने सीजेआई को चिट्ठी लिखा है. चिट्ठी में न्यायपालिका की छवि पर सवाल उठाने वाले खास समूहों का जिक्र, न्याय प्रणाली की छवि खराब करने एवं बेंच फिक्सिंग के सिद्धांत गढ़ने की बात कही है. आइये जानते हैं कि वकीलों ने अपनी चिट्ठी में क्या कुछ कहा है…

Written by My Lord Team |Published : March 29, 2024 1:14 PM IST

CJI DY Chandrachud: देश के 500 से ज्यादा वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को चिट्ठी लिखी है. सीनियर एडवोकेट हरीश साल्वे सहित देश के 500 से ज्यादा वकीलों द्वारा लिखी गई इस चिट्ठी में न्यायापालिका की वर्तमान चुनौतियों का जिक्र किया गया है. चिट्ठी का शीर्षक ज्यूडिशियरी अंडर थ्रेट सेफगार्डिंग ज्यूडिशियरी फ्रॉम पॉलिटिकल एंड प्रोफेनल्स प्रेशर है.

लेटर में कहा गया. कुछ खास लोग न्यायापालिका की वर्तमान स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं. उसकी छवि को खराब करने के लिए बेंच फिक्सिंग सिद्धांत गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. यह लोग अपना हित साधने के लिए ज्यूडिशयरी पर दबाव बनाने और अपने राजनीतिक एजेंडे को साधने की कोशिश में लगे हैं. बता दें कि यह चिट्ठी देश के दिग्गज वकील हरीश साल्वे समेत 500 से ज्यादा वकीलों ने सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को लिखी है. सीजेआई से न्यायपालिका की छवि खराब करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आग्रह भी किया है. आइये जानते हैं कि चिट्ठी में क्या कुछ कहा गया है…

कोर्ट की गरिमा पर उठा रहे सवाल

चिट्ठी में कहा गया. कुछ खास समूह अलग-अलग तरीकों से प्रपंच रच रहे हैं. ये समूह राजनीतिक लाभ के लिए गलत बयानबाजी में लगे हैं. न्यायपालिका की छवि खराब कर रहे हैं. ये लोग सियासी हस्तियों के भ्रष्टाचार में फंसे होने पर ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं. 

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चिट्ठी में बिना नाम लिए एक वकील पर भी निशाना साधा गया है. ये साहब दिन-रात राजनीतिक व्यक्तियों को बचाते हैं. फिर मीडिया के माध्यम से अदालती कार्रवाई को बाधित करने का प्रयास करते हैं. इन लोगों द्वारा ऐसी बयानबाजी की जा रही है, जिसका उद्देश्य न्यायपालिका को प्रभावित करना हैं. 

बेंच फिक्सिंग का सिद्धांत क्या है?

चिट्ठी में वकीलों ने चिंता जाहिर की. एक खास समूह न्यायपालिका के खिलाफ गलत धारणा फैला रहें हैं. इन हित साधने वाले वकीलों ने बेंच फिक्सिंग का सिद्धांत रचा है जो न्यायालय की गरिमा पर सवाल खड़े करते हैं. वे माई वे या हाइवे की तर्ज पर काम कर रहे हैं. ये खास समूह अपने हित में फैसले आने पर न्यायालय की प्रशंसा करते हैं. वहीं, गलत फैसला देने पर न्यायालय की छवि पर सवाल उठाते हैं.  

500 से ज्यादा वकीलों ने लिखी है चिट्ठी 

देश भर के 500 से ज्यादा वकीलों ने सीजेआई को चिट्ठी लिखी है. इन वकीलों में सीनियर वकील हरीश साल्वे, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट आदिश सी अग्रवाल, चेतन मित्तल, पिंकी आनंद, हितेश जैन आदि शामिल हैं.