नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा अभी भी जारी है, अब एक वीडियो सामने आया है जिसमें दो महिलाओं का गैंगरेप करके उनको निर्वस्थ करके परेड कराई जा रही है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court of India) ने गुरुवार को कहा कि वह मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न घुमाने के वीडियो से “बेहद परेशान” है।
समाचार एजेंसी भाषा के हिसाब से मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने इसे "बिल्कुल अस्वीकार्य" करार देते हुए केंद्र और राज्य सरकार को तत्काल कदम उठाने और शीर्ष अदालत को इस बारे में जानकारी देने का निर्देश दिया कि क्या कार्रवाई की गई है।
उच्चतम न्यायालय ने कहा 'सरकार नहीं करेगी कार्रवाई तो हम करेंगे'
उच्चतम न्यायालय की इस पीठ, जिसमें मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) के साथ न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा (Justice PS Narasimha) और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा (Justice Manoj Mishra) भी शामिल थे, ने कहा, "हम सरकार को कार्रवाई करने के लिए थोड़ा समय देंगे अन्यथा अगर जमीन पर कुछ नहीं हो रहा है तो हम कार्रवाई करेंगे।"
इस मामले में उच्चतम न्यायालय ने सुओ मोटो संज्ञान (Suo Moto Cognizance) ली है।
जानें क्या था मामला?
4 मई का एक वीडियो बुधवार को सामने आने के बाद मणिपुर की पहाड़ियों में तनाव बढ़ गया, जिसमें एक युद्धरत समुदाय की दो महिलाओं को दूसरे पक्ष के कुछ पुरुषों द्वारा नग्न परेड करते हुए दिखाया गया है। मणिपुर पुलिस ने चार मई को दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने और उनसे छेड़छाड़ करने की चार मई की घटना के कथित मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया।
मणिपुर की घटना शर्मनाक, दोषियों को नहीं बख्शेंगे : पीएम मोदी
समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मणिपुर में महिलाओं के साथ हुई वीभत्स वारदात को देश की 140 करोड़ जनता के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा है कि वे इस घटना से पीड़ा और क्रोध से भरे हुए हैं और मणिपुर की घटना किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक घटना है।
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले संसद भवन परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना 140 करोड़ देशवासियों के लिए शर्मनाक है और दोषियों को कतई बक्शा नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपने-अपने राज्यों में कानून व्यवस्था को ठीक करने और महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की अपील करते हुए कहा कि घटना चाहे राजस्थान में हो,छत्तीसगढ़ में हो या मणिपुर में हो, गुनाहगार को बख्शा नही जाएगा। उन्होंने मानसून सत्र के दौरान सरकार द्वारा संसद में जनता के हित से जुड़े बिलों को लाने की बात कहते हुए सभी सांसदों से चर्चा में सहयोग की अपील भी की।