कोलकाता के आरजीकर मेडिकल अस्पताल की पीजी द्वितीय वर्ष की प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की क्रूर तरीके से बलात्कार व हत्या का मामला कलकत्ता हाईकोर्ट में पहुंच गया है. कलकत्ता हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगनम और न्यायमूर्ति हिरणमय भट्टाचार्य की डिवीजन बेंच के पास जनहित याचिका को ले जाया गया है. ये जनहित याचिका कलकत्ता हाईकोर्ट के एडवोकेट कौस्तव बागची ने जनहित याचिका दायर कर मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, 9 अगस्त को आरजीकर मेडिकल अस्पताल की पीजी द्वितीय वर्ष की मेडिकल छात्रा का शव आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के सेमिनार हॉल में पाया गया था, जहां वह सुबह-सुबह अपनी रात्रि ड्यूटी पूरी करने के बाद आराम कर रही थी. कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के समक्ष याचिका में इस बात का उल्लेख है.
नृशंस घटना को लेकर देश भर के छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, वे कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बलात्कार और हत्या की शिकार हुई प्रशिक्षु डॉक्टर के लिए न्याय की मांग करते हुए देश भर के विभिन्न अस्पतालों के बाहर एकत्र हुए.
ANI की रिपोर्ट्स के अनुसार,फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने सोमवार को देश भर में हड़ताल की शुरुआत की. छात्र देश भर के कई अस्पतालों के बाहर एकत्र हुए और पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए.
एएनआई से बात करते हुए, FORDA के महासचिव डॉ. सर्वेश पांडे ने कहा, "जब तक हमें लिखित आश्वासन नहीं मिल जाता कि हमारी मांगें पूरी होंगी, हम अपनी हड़ताल जारी रखेंगे. उन्होंने कहा कि हमारी तीन मुख्य मांगें हैं.
इससे पहले, कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के प्रिंसिपल प्रो. (डॉ.) संदीप घोष ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.