नई दिल्ली: Delhi High Court में गुरूवार को हुई एक घटना ने देशभर में जजों को होने वाली परेशानियों को सामने ला दिया है. Delhi High Court की सीनियर जज Justice Pratibha M Singh देश के न्यायिक इतिहास में पहली बार अदालत में खड़े होकर मामलो की सुनवाई की. Justice Pratibha Singh ने ऐसा एक बार नही, बल्कि एक ही दिन में दो बार किया.
जस्टिस सिंह गुरूवार को Delhi High Court में आम दिनों की तरह मामलो की सुनवाई कर रही थी, लेकिन दोपहर 12.30 बजे अचानक वे अपनी चैयर से खड़ी हो गई और मामलो को सुनने लगी.
जज को खड़े होते देखकर अदालत में मौजूद अधिवक्ता से लेकर High Court के कर्मचारी और अधिकारी भी अपनी जगहो पर खड़े हो गए. जिसे देखकर Justice Pratibha M Singh ने मुस्कुराते हुए सभी को बैठने के लिए कहा.
जस्टिस सिंह ने खड़े होकर सुनवाई शुरू करते हुए कहा कि पूरा दिन बैठना बहुत मुश्किल हो जाता है, खड़े होकर मामलों की सुनवाई करना बहुत बेहतर है.”
जस्टिस प्रतिभासिंह यहीं नही रूकी उन्होने ना केवल दोपहर के भोजन से पहले करीब आधा घण्टा और दोपहर के भोजन के बाद के सत्र में लगभग डेढ घंटे तक खड़े होकर ही मामलो की सुनवाई करती रही.
जस्टिस सिंह ने दोपहर 12.30 बजे से करीब 1.05 बजे तक और दोपहर बाद 3:30 से 4:22 बजे तक सुनवाई की. जस्टिस सिंह की एकलपीठ के समक्ष गुरूवार को कुल 49 मामले सूचीबद्ध थे और उन्होने सभी मामलो पर सुनवाई की.
देश में जजों को बहुत कम आराम मिलने के चलते काफी शारीरिक मुश्किलों का सामना करते है.
हाल ही में देश के CJI DY Chandrachud ने एक टीवी चैनल को दिए साक्षात्कार के दौरान दुनियाभर के देशो में जजों द्वारा कार्य करने के दिनों की जानकारी देते हुए बताया था कि केवल भारत के जज ही सर्वाधिक दिनों में कार्य करते है.