हाल ही में दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा 70 वकीलों को वरिष्ठ वकील के रूप में नामित किए जाने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है. याचिकाकर्ताओं ने इस मामले को त्वरित तौर पर सुनवाई करने को कहा है. हालांकि सीजेआई संजीव खन्ना ने इस मामले को सुनवाई के लिए मेल भेजने को कहा है.
29 नवंबर के दिन दिल्ली हाईकोर्ट ने 70 वकीलों को वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया है. सीनियर एडवोकेट डेजिगनेशन की घोषणा करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट ने 302 वकीलों का साक्षात्कार किया है. यह फैसला तब विवाद बना जब चयन कमेटी के एक स्थायी सदस्य ने इस्तीफा देते हुए कहा कि अंतिम सूची उनकी सहमति के बिना तैयार की गई है.
इस स्थायी समिति में दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस मनमोहन, जस्टिस विभू बखरू, जस्टिस यशवंत वर्मा, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल चेतन शर्मा, और वरिष्ठ अधिवक्ता मोहित माथुर और सुधीर नंदराजोग शामिल हैं.