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'गहनता से विचार करने की जरूरत', CJI DY Chandrachud ने AI को लेकर जताई चिंता

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि न्यायिक क्षेत्र में AI का प्रयोग नैतिक, कानूनी और व्यवहारिक विचारों को जन्म देता है, जो गहन जांच की मांग करते हैं. सीजेआई ने AI के प्रयोग पर हमें बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है.

Written by My Lord Team |Published : April 16, 2024 3:18 PM IST

CJI DY Chandrachud On AI: आज के दौर में ये चर्चा आम है कि AI का प्रयोग मानवों के लिए लाभकारी है या नहीं! तकनीक को लेकर ये सवाल शायद सामान्य लगे, किन्तु इसके दूरगामी प्रभाव पर अभी से विचार किया जा रहा हैं. अब इस श्रेणी में भारत के मुख्य न्यायाधीश सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का नाम भी शामिल हो गया है. सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) को लेकर बड़ी बात कही. सीजेआई ने न्यायिक क्षेत्र में AI के प्रयोग पर भी प्रकाश डाला. सीजेआई ने ध्यान दिलाया कि न्यायिक क्षेत्र में AI का प्रयोग नैतिक, कानूनी और व्यवहारिक विचारों को जन्म देता है, जो गहन जांच की मांग करते हैं. सीजेआई न्याय प्रक्रिया के अंतर्गत न्यायिक विश्लेषण व व्याख्या की बात कर रहे थे, जो विधि के वादों के सुलझाने के दौरान किए जाते हैं. बता दें कि सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने ये बातें दो दिवसीय भारत-सिंगापुर ज्युडिशियल कॉन्फ्रेंस के दौरान कही.

सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने न्यायिक क्षेत्र में AI के प्रयोग पर चिंता जताते हुए कहा कि न्यायिक क्षेत्र में AI का प्रयोग नैतिक, कानूनी और व्यवहारिक विचारों को जन्म देता है, जो गहन जांच की मांग करते हैं.

अदलातों में शुरू है AI का प्रयोग

सीजेआई ने अपने व्याख्यान के दौरान सुप्रीम कोर्ट में AI प्रयोग के शुरू होने की बात कहीं. सीजेआई ने कहा. देश के सर्वोच्च अदालत में AI लाइव ट्रांसक्रिप्शन की सर्विस देते हैं. यह सर्विस हिंदी समेत 18 रिजनल भाषा में मौजूद है. ये लोगों को उनकी भाषा में लीगल सूचना प्रदान करते हैं.

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AI उपयोगी भी है!

सीजेआई ने AI के फायदे भी गिनाए. सीजेआई ने कहा, कई मामलों में AI बहुत उपयोगी साबित हो सकता है. AI केस मैनेजमेंट, डॉक्यूमेंट रिव्यू और शेड्यूलिंग आदि में फायदेमंद होगा.

लोगों के बीच न हो 'Digital Divide'

सीजेआई ने प्रयोग, उपयोग और चुनौतियों पर बात की. साथ ही, उन्होंने AI की एक्सेस पर ध्यान दिलाते हु्ए कहा, ये लोगों के बीच गहरी खाई न पैदा कर दें. साथ ही इसके गलत इस्तेमाल पर भी रोक लगाने की जरूरत है.