नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) ने केरल में नौसेना कर्मियों सहित 31 लोगों के खिलाफ आयकर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. एजेंसी ने विभिन्न कटौतियों के झूठे दावे करके 44 लाख रुपये से अधिक के कथित आयकर ‘रिफंड’ का दावा करने को लेकर, नौसेना के 18 कर्मियों सहित केरल के 31 व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये वो दावे थे जिनका उल्लेख फॉर्म -16 में नहीं किया गया था.
अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई ने झूठे दावे करने के लिए कथित तौर पर एजेंट की सेवाओं का इस्तेमाल करने को लेकर नौसेना और पुलिस के कर्मियों और दो निजी कंपनियों - एक आईटी कंपनी और एक जीवन बीमा प्रदाता - के अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि एजेंट आयकर ‘रिफंड’ का 10 प्रतिशत शुल्क के रूप में वसूल रहे थे. सीबीआई ने यह कार्रवाई केरल के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त की शिकायत पर की है, जिन्होंने आरोप लगाया था कि कुल 51 लोगों ने झूठे दावे किए थे.
प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘इन 51 व्यक्तियों में से, 20 व्यक्तियों ने आयकर विभाग द्वारा उन्हें नोटिस जारी करने पर विभाग को कुल 24.62 लाख रुपये की ‘रिफंड’ राशि चुका दिया है. इन व्यक्तियों ने झूठा दावा करके आयकर ‘रिफंड’ प्राप्त किया था. इन लोगों ने स्वीकार किया कि उन्होंने आयकर ‘रिफंड’ का दावा करने में गलती की थी.’’
सीबीआई ने आरोप लगाया है कि प्राथमिकी में दर्ज शेष 31 लोगों ने अभी तक आयकर विभाग को झूठा दावा किया हुआ कुल 44.07 लाख रुपये का आयकर ‘रिफंड’ नहीं लौटाया है.
शिकायत में फॉर्म संख्या 16 का जिक्र किया गया है. आईए जानते हैं क्या फॉर्म संख्या 16 और क्यों इसका जिक्र यहां किया गया है. इनकम टैक्स रिटर्न (Income Tax Return) भरते समय फॉर्म -16 काफी अहम दस्तावेज होता है.
फॉर्म -16 (Form-16) आपकी कंपनी की ओर से जारी किया जाता है. इस फॉर्म में आपके जरिए ली गई सैलरी, डिडक्शन, काटा गया टैक्स, अलाउंस के अलावा कई सारी जानकारी होती है, जो उस वक्त काम आती है, जब आप इनकम टैक्स रिटर्न भर रहे होते हैं.